प्रारम्भिक परीक्षा एवं मुख्य परीक्षा :चंद्रयान -3 मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र:3 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में इसरो ने चंद्रयान-3 लांच करने की घोषणा किया है । यह भारत का तीसरा चंद्रमा मिशन है।
प्रमुख बिंदु
- चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च व्हीकल मार्क-III (एलवीएम 3) से 14 जुलाई के बीच लॉन्च किया जाएगा।
- इसमे शामिल प्रणोदन मॉड्यूल 100 किमी चंद्रमा के कक्षा तक लैंडर और रोवर को ले जाएगा।
- चंद्रयान -3 का कार्य लैंडर को चंद्रमा तक ले जाने, उसकी कक्षा से लैंडिंग करने और लैंडर व अंतरिक्ष स्टेशन के मध्य संचार स्थापित करना है ।
- अब तक दुनिया के जितने भी देशों ने चांद पर अपने यान भेजे हैं, उनकी लैंडिंग उत्तरी ध्रुव पर हुई है।
- चंद्रयान-3 पहला स्पेस मिशन होगा जो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। चंद्रयान-2 को भी चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ही लैंड कराया गया था।
- यद्यपि अंतिम कुछ मिनट में कनेक्शन टूटने से मिशन फेल हो गया था।
- चंद्रयान-2 मिशन 22 जुलाई 2019 को लॉन्च हुआ था। उस समय विक्रम लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
- करीब 2 महीने बाद 7 सितंबर 2019 को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की कोशिश के दौरान यह क्रैश हुआ था। इसके बाद से ही भारतीय वैज्ञानिक चंद्रयान-3 मिशन की तैयारियों में पूरी तरह से जुट गए थे।
चंद्रयान -3 मिशन के उद्देश्य
- चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग का प्रदर्शन करना
- रोवर को चंद्रमा पर घूमते हुए प्रदर्शित करना
- यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन करना।
प्रश्न : चंद्रयान -3 मिशन के के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. यह भारत का पहला चन्द्र मिशन है
2. इस मिशन का उद्देश्य भारत की तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन है
3. इस मिशन का उद्देश्य चन्द्रमा पर अधिवास की संभावना तलासना है
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर : (b)
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