प्रारम्भिक परीक्षा – पश्चिमी विक्षोभ मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1और 3 |
संदर्भ
- मौसम विभाग के अनुसार, 16-17 अक्टूबर 2023 को पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर एवं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है।
प्रमुख बिंदु
- मौसम विभाग के अनुसार, 16-17 अक्टूबर2023 को पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड,दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मुजफ्फराबाद में अलग-अलग स्थानों पर बारिश होने की भी संभावना व्यक्त की गई है।
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से भारत के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश तथा 30-40 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है।
पश्चिमी विक्षोभ /'भूमध्यसागरीय पश्चिमी विक्षोभ
- यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जो उपोष्ण पछुआ जेट पवनों द्वारा भूमध्यसागरीय क्षेत्र एवं इराक, ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए भारतीय भू-भाग में हिमपात एवं वर्षा करते हैं।
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी भारत में शीत लहर एवं दिल्ली, पंजाब, हरियाणा आदि क्षेत्रों में वर्षा भी देखने को मिलता है।
- पश्चिमी विक्षोभ से भारत में औसत वार्षिक वर्षा का लगभग 3% प्राप्त होता है।
- पंजाब में इससे 25 सेमी. वर्षा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 4 सेमी. वर्षा प्राप्त होती है।
- यह अल्प वर्षा भी पंजाब, हरियाणा आदि के गेहूँ, चना, सरसों आदि रबी की फसलों में सहायक होती है।
- राजस्थान में इस वर्षा को 'मावठा'/ 'मावट' (Mawatha rain)कहा जाता है।
- हिमाचल में सेब की खेती के लिए यह वर्षा काफी लाभदायक है।
- पश्चिमी विक्षोभ से हिमालय क्षेत्र में हिमपात/हिमवर्षा होता है, जिससे नदियाँ सदावाहिनी बनी रहती हैं।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- पश्चिमी विक्षोभ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है।
- यह उपोष्ण पछुआ जेट पवनों के द्वारा भूमध्यसागरीय क्षेत्र से प्रवाहित होता है।
- इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी भारत में शीत लहर एवं वर्षा भी देखने को मिलाती है।
उपर्युक्त में से कितने सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर - (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- पश्चिमी विक्षोभ क्या है? इसका भारत पर पड़ने वाले प्रभावों की व्याख्या कीजिए।
|