जलवायु परिवर्तन से तात्पर्य
- जलवायु परिवर्तन पृथ्वी पर तापमान, वर्षा और अन्य वायुमंडलीय स्थितियों में दीर्घकालिक परिवर्तनों को संदर्भित करता है।
- यह मुख्यत: मानवीय गतिविधियों, जैसे- जीवाश्म ईंधन के दहन, वनों की कटाई और औद्योगिक प्रक्रियाओं के कारण होता है। ये गतिविधियाँ वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस की सांद्रता में वृद्धि करती हैं।
- इसके परिणामस्वरूप वैश्विक तापन होता है, जिससे बारम्बार और मौसम की गंभीर घटनाएँ हो सकती हैं, समुद्र का स्तर बढ़ सकता है और पारिस्थितिकी तंत्र व मानव समाज पर अत्यधिक प्रभाव पड़ सकता है।
बाढ़ से तात्पर्य
- बाढ़ एक ऐसी स्थिति है, जब आमतौर पर सूखी रहने वाली भूमि पर एक निश्चित समय के लिए जल का अतिप्रवाह होने लगता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है, जिसमें भारी वर्षा, तेजी से बर्फ पिघलना, बांधों का टूटना या चक्रवात जनित तूफ़ानी लहरें शामिल हैं।
- बाढ़ से संपत्ति, बुनियादी ढांचे तथा पारितंत्र को काफी नुकसान हो सकता है और ये मानव सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम उत्पन्न करते हैं।
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