अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने ब्रिस्टल मायर्स स्क्विब कंपनी द्वारा निर्मित सिज़ोफ्रेनिया (Schizophrenia) के लिए एक नई दवा, KarXT या कोबेनफी (Cobenfy) को मंजूरी दे दी है।
सिज़ोफ्रेनिया के बारे में
क्या है :एक दीर्घकालिक मस्तिष्क विकार।
लक्षण :अव्यवस्थित बातचीत, सोचने में परेशानी और प्रेरणा की कमी आदि।
समस्याएं : इससे लगातार भ्रम एवं मतिभ्रम उत्पन्न होता है और मरीजों की वास्तविकता को समझने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
उपचार: यद्यपि इस बीमारी का कोई उपचार नहीं है, फिर भी एंटीसाइकोटिक दवाओं के माध्यम से निदान उपलब्ध है।
कैसे काम करती हैं एंटीसाइकोटिक दवाएं:
एंटीसाइकोटिक (Antipsychotic) दवाएं बीमारी के लक्षणों को कम करने के साथ ही भविष्य में होने वाली समस्याओं को रोक सकती हैं।
ये दवाएँ पूरे मस्तिष्क में डोपामाइन रिसेप्टर्स को बड़े पैमाने पर अवरुद्ध करती हैं और सिज़ोफ्रेनिया के संभावित लक्षणों को कम करती हैं।
दुष्प्रभाव :वजन बढ़ना तथा शारीरिक समन्वय, संतुलन व चलने जैसे अन्य गतिशील कौशल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की अधिक प्रवृत्ति।
बुजुर्ग रोगियों में मृत्यु दर में वृद्धि के जोखिम।
KarXT या कोबेनफी के बारे में
यह एसिटाइलकोलाइन (Acetylcholine) के स्तर को नियंत्रित करके मस्तिष्क में डोपामाइन के स्तर को लक्षित करती है।
वस्तुतः एसिटाइलकोलाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर (Neurotransmitter) है जो स्मृति, सीखने, ध्यान, उत्तेजना एवं अनैच्छिक मांसपेशी संचलन में भूमिका निभाता है।
लाभ :इसमें अन्य दवाओं में पाए जाने वाले सामान्य दुष्प्रभाव जैसे वजन बढ़ना और गति संबंधी विकार शामिल नहीं है।
इसके अलावा इसमें सिज़ोफ्रेनिया के लिए सामान्यत: इस्तेमाल की जाने वाली अन्य दवाओं के विपरीत कुछ बुजुर्ग रोगियों में मृत्यु दर में वृद्धि के जोखिम के बारे में कोई चेतावनी शामिल नहीं है।