प्रारम्भिक परीक्षा – बिहार में गंगा नदी पर केबल पुल का निर्माण मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
चर्चा में क्यों
भारत सरकार के आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने 27 दिसंबर 2023 को गंगा नदी पर 4.56 किमी(4556 मीटर) लंबे, 6-लेन उच्च स्तरीय केबल वाले नए पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
उद्देश्य :-
- इस परियोजना का उद्देश्य तेजी से आवागमन और बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्सों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है। इस प्रकार, पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।
प्रमुख बिंदु
- परियोजना के निर्माण और रखरखाव अवधि के दौरान की गई विभिन्न गतिविधियों से कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है।
- यह पुल बिहार के दीघा और सोनपुर को जोड़ेगा अर्थात यह पुल बिहार के दो जिलों दक्षिण की ओर दीघा में पटना और उत्तर की ओर गंगा नदी के पार सारण जिले को जोड़ेगा।
- परियोजना की कुल लागत 3,064.45 करोड़ रुपये है जिसमें 2,233.81 करोड़ रुपये की सिविल निर्माण लागत शामिल है।
लाभ:-
- यह पुल यातायात को तेज़ और आसान बना देगा जिसके परिणामस्वरूप राज्य, विशेषकर उत्तर बिहार का समग्र विकास होगा।
विशेषता:-
- यह पुल पटना से एनएच-139 के माध्यम से औरंगाबाद और सोनपुर (एनएच-31), छपरा, मोतिहारी (पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर पुराना एनएच-27), बेतिया (एनएच-727) के माध्यम से उत्तरी हिस्से में स्वर्णिम चतुर्भुज गलियारे तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- यह परियोजना बुद्ध सर्किट का एक हिस्सा है।
- यह वैशाली और केशरिया में बुद्ध स्तूप को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
- इसके अतिरिक्त, NH-139W बहुत प्रसिद्ध अरेराज सोमेश्वर नाथ मंदिर और पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया में प्रस्तावित विराट रामायण मंदिर (दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक) को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- हाल ही में बिहार में गंगा नदी पर केबल पुल के निर्माण के लिए भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है, यह पुल कौन-से दो जिलों को जोड़ेगा?
(a) पटना - वैशाली
(b) पटना – समस्तीपुर
(c) पटना – सारण
(d) पटना – बेगुसराय
उत्तर: (c)
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स्रोत : PIB