प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी, पहली एआई सिटी मुख्य परीक्षा: UPSC- सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 UPPSC- सामान्य अध्ययन, पेपर- 6 |
संदर्भ-
- 27 दिसंबर, 2023 को उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ को एआई शहर के रूप में विकसित करने की मंजूरी दी गई।
मुख्य बिंदु-
- एआई सिटी का निर्माण लखनऊ के नादरगंज क्षेत्र में किया जा रहा है।
- यूपी सरकार ने वर्ष, 2027 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।
- इस स्थिति में आईटी जैसे मुख्य सेक्टर का विकास काफी जरुरी हो जाता है।
- इससे राज्य में बड़े आईटी इन्वेस्टर राज्य में निवेश के लिए आकर्षित होंगे।
- यू.पी. आईटी इकोसिस्टम के मामले में छ्ठे स्थान पर है।
- नोएडा पहले से ही आईटी के केंद्र के रूप में उभर चुका है।
- अब लखनऊ जैसे टियर 2 शहरों का भी विकास आईटी हब के रूप में किया जा रहा है।
एआई सिटी के निर्माण में सरकारी सहायता-
- उत्तर प्रदेश सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में राज्य को आगे ले जाने का प्रयास कर रही है।
- इसी कड़ी में लखनऊ में देश के पहले एआई सिटी का विकास किया जा रहा है।
- एआई सिटी प्रोजेक्ट के लिए नोडल एजेंसी ‘यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड’(UPLC) है।
- UPLC ने एआई सिटी के डिजाइन, विकास और संचालन के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।
- UPLC ने रियल एस्टेट डेवलपर्स और एजेंसियों से ‘इंटरेस्ट ऑफ एक्सप्रेशन’ (ईओआई) के माध्यम से आवेदन मांगे हैं।
- इसमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, अनुसंधान केंद्रों और शैक्षणिक संस्थानों को एकीकृत करके शहर के निर्माण की योजना बनाई गई है।
- UPLC एआई शहर को विकसित करने और संचालित करने के लिए एक रियल एस्टेट डेवलपर को आमंत्रित कर रही है।
- आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने प्रोजेक्ट के लिए संभावित भूमि पार्सल का चयन किया है।
- प्रोजेक्ट के लिए डेवलपर कंपनियों को नादरगंज औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख स्थान पर 40 एकड़ जमीन दी जाएगी।
- इसके तहत भूमि अधिग्रहण, ज़ोनिंग नियमों और दूसरे एप्नुवल्स में मदद दी जाएगी।
- डेवलपर को फाइनेंशियली भी मदद दी जाएगी।
- आईटी पार्क के लिए 20 करोड़ रुपये और आईटी सिटी के लिए 100 करोड़ तक 25% का एकमुश्त पूंजीगत व्यय समर्थन दिया जायेगा।
- IT और ITES पॉलिसी 2022 के अनुसार, 100% स्टाम्प ड्यूटी छूट, लीज रेंटल, क्लाउड सर्विस कॉस्ट, बिजली शुल्क और बैंडविड्थ खर्च के लिए नॉन-फाइनेंशियल मदद भी दी जाएगी।
एआई शहर की योजना-
- प्रोजेक्ट पर काम करने वाले रियल एस्टेट डेवलपर प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित ऑफिस इंफ्रास्ट्रक्चर और इनक्यूबेटर्स स्टार्ट-अप और कॉरपोरेट्स के लिए ग्रेड A ऑफिस स्पेस वाले टावर का निर्माण करेंगे।
- एआई सिटी में वॉक-टू-वर्क मॉडल को शामिल करने के लिए लक्जरी आवासीय परिसरों का भी विकास किया जायेगा
- इस प्रोजेक्ट से IT कंपनियों के लिए ग्रेड-ए सर्टिफाइड कमर्शियल स्पेस, अत्याधुनिक डेटा सेंटर, ग्रेड-ए फ्लेक्सिबल वर्कप्लेस और टेक लैब्स के निर्माण की राह खुलेगी।
- लक्जरी और किफायती हाउसिंग रेजिडेंशियल कॉम्पलेक्स, रिक्रिएशनल एरिया, कमर्शियल स्पेस के साथ ग्रीन एरियाज सहित कई वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज का निर्माण आसान होगा।
- डेवलपर्स 'प्लग एंड प्ले' इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर ग्रेड-ए LEED सर्टिफाइड ऑफिस का निर्माण करके AI सिटी में प्रतिष्ठित अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करेंगे।
- एआई टेस्टिंग और प्रोटोटाइप फैसिलिटीज के लिए एक समर्पित क्षेत्र होगा, जो रिसर्च सेंटर्स और टॉप टेक्नोलॉजिकल एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स के लिए जगह देगा।
- जिन डेवलपर्स को इस काम के लिए प्राथमिकता दी जाएगी उनका सालाना टर्नओवर 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा होना चाहिए।
एआई सिटी के लखनऊ में बनने का कारण-
- नोएडा पहले से ही उत्तर प्रदेश में एक IT हब के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन लखनऊ का IT हब और AI शहर के रूप में विकास देश और राज्य भर में टियर-2 शहरों के विकास को राह देगा।
- लखनऊ में 800 से ज्यादा तकनीक से संबंधित व्यवसाय और BPM सहित 200 से ज्यादा टेक स्टार्टअप उपस्थित हैं।
- शहर में AI और मेडिकल टेक जैसे क्षेत्रों में एक्सीलेंस सेंटर्स भी हैं।
- AI EOE (IIIT लखनऊ में केंद्र) क्रिएटिविटी और एंटरप्रन्योरशिप के संस्कृति को प्रोत्साहन देते 15 से ज्यादा AI/ML स्टार्टअप को सपोर्ट करता है।
- HCL और TCS जैसी कंपनियों की लखनऊ आईटी इंडस्ट्री में मौजूदगी है।
- एक टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम के रूप में लखनऊ पु में 82.5% व्यस्क साक्षरता के साथ स्किल्ड कार्यबल है।
- लखनऊ में 75,000 से अधिक टेक्निकल प्रोफेशनल्स हैं।
- यहाँ 23,000 STEM ग्रेजुएशन, IIM-लखनऊ, IIIT-लखनऊ, BBDU और एमिटी जैसे प्रसिद्ध संस्थान हैं।
- IIT-कानपुर और HBTU, कानपुर के नजदीक होने के कारण भी टैलेंट पूल बढ़ेगा।
- लखनऊ IT/ITES इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रिक्चर प्रदान करता है, जिसमें मौजूदा ऑफिस स्पेस टियर 1 शहरों की तुलना में 40- 50% कम किराये पर उपलब्ध हैं, को-वर्किंग फैसिलिटी हैं।
- यहाँ मजबूत 5जी और फाइबर कनेक्टिविटी है।
- शहर में नियोजित मेट्रो लाइनें हैं जो प्रमुख केंद्रों को जोड़ती हैं।
- लखनऊ से दिल्ली, बैंगलोर, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों के लिए 60+ डेली फ्लाइट्स आती-जाती हैं।
- एक रिंग रोड, 5 राष्ट्रीय और 6 राज्य राजमार्गों सहित शहर की सड़क संरचना आसान आवागमन की सुविधा प्रदान करती है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- भारत का पहला एआई सिटी लखनऊ में बनाया जा रहा है।
- एआई सिटी प्रोजेक्ट के लिए नोडल एजेंसी यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड है।
- यू. पी. सरकार इसके निर्माण के लिए डेवलपर को 100% स्टाम्प ड्यूटी में 100% छूट देगी।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
उत्तर- (d)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- उत्तर प्रदेश में एआई सिटी का निर्माण लखनऊ में क्यों किया जा रहा है? कारण स्पष्ट करें।
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