चर्चा में क्यों
हाल ही में, ‘साइबर सुरक्षित भारत पहल’ के तहत डीप डाइव प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस प्रशिक्षण का आयोजन मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (CISOs) के लिये किया गया, जिसका उद्देश्य सी.आई.एस.ओ. को व्यापक रूप से साइबर हमलों को समझने के लिये प्रशिक्षित करना एवं सक्षम बनाना तथा सुरक्षा से जुड़ी आधुनिक प्रौद्योगिकियों तक पहुँच सुनिश्चित करना है।
- यह प्रशिक्षण कानूनी प्रावधानों का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करने पर भी ध्यान केंद्रित करता है ताकि सी.आई.एस.ओ. साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नीतियाँ तैयार करने एवं साइबर संकट प्रबंधन योजनाएँ बनाने में सक्षम हो सकें।
- वर्ष 2018 में शुरू हुआ सी.आई.एस.ओ. प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) पहल के तहत सरकार और उद्योग कंसोर्टियम के बीच अपनी तरह की पहली साझेदारी है।
साइबर सुरक्षित भारत पहल
- साइबर सुरक्षित भारत पहल इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसमें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) और विभिन्न उद्योग भागीदारों का सहयोग शामिल हैं।
- इसके संस्थापक भागीदारों में इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, रेडहैट, विप्रो और डायमेंशन डाटा जैसी प्रमुख आई.टी. कंपनियाँ शामिल हैं तथा ज्ञान भागीदारों में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC), सर्ट-इन (Cert-In), फिडो (Fast IDentity Online : FIDO) एलायंस, नैसकॉम आदि शामिल हैं।
- यह डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के संबंध में भारत में साइबर सुरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने से संबंधित है।
- इसका मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ समस्त सरकारी विभागों में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (CISO) और फ्रंटलाइन आई.टी. कर्मचारियों के लिये सुरक्षा उपायों की क्षमता विकसित करना है।