फ्रांस के द्वीपसमूह ‘मायोट’ में चक्रवात चिडो (Cyclone Chido) के कारण व्यापक जान-माल की क्षति हुई।
चक्रवात चिडो के बारे में
- फ्रांस की मौसम सेवा के अनुसार चिडो ‘श्रेणी 4’ का उष्णकटिबंधीय चक्रवात था।
- इस चक्रवात की गति 220 किमी. प्रति घंटे (136 मील प्रति घंटे) से अधिक थी।
- यह 90 से अधिक वर्षों में फ़्रांस या उसके द्वीपों पर आने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान है।
मायोट द्वीपसमूह (Archipelago of Mayotte) के बारे में
- मायोट द्वीपसमूह मेडागास्कर के ठीक पश्चिम में अफ्रीका के पूर्वी तट से दूर हिंद महासागर में स्थित है।
- यह कोमरोस द्वीपसमूह का हिस्सा है जिसका भूमि क्षेत्र वाशिंगटन डीसी के आकार का लगभग दोगुना है।
- पेरिस से लगभग 8,000 किमी. (5,000 मील) दूर स्थित मायोट फ्रांस के बाकी हिस्सों की तुलना में काफी गरीब है और दशकों से गिरोह आधारित हिंसा एवं सामाजिक अशांति का सामना कर रहा है।
- मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांस की गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं जहाँ इस वर्ष की शुरुआत में पानी की कमी के कारण तनाव बढ़ गया था।
- फ्रांस ने वर्ष 1843 में मायोट को उपनिवेश बनाया और वर्ष 1904 में कोमोरोस सहित पूरे द्वीपसमूह पर कब्जा कर लिया।
- वर्ष 1974 के जनमत संग्रह में इस द्वीपसमूह के 95% लोगों ने फ़्रांस से अलग होने का समर्थन किया जबकि मायोट के 63% लोगों ने फ्रांस के साथ बने रहने के लिए मतदान किया।
- वर्ष 1975 में ग्रांडे कोमोर, अंजुआन एवं मोहेली द्वीप ने स्वतंत्रता की घोषणा की जबकि मायोट पर अभी भी फ़्रांस से शासन किया जाता है।
- हाल के दशकों में पड़ोसी कोमोरोस एवं मेडागास्कर से हजारों लोगों ने बेहतर आर्थिक स्थिति और फ्रांस की कल्याण प्रणाली तक पहुँच की तलाश में मायोट की ओर प्रवास किया है।
- फ्रांस ने मायोट द्वीप पर अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।