प्रारंभिक परीक्षा के लिए - बेरोजगारी दर,राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS)
मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र:3 - रोज़गार से संबंधित विषय
संदर्भ
- हाल ही में, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) के आँकडों के अनुसार जुलाई-सितंबर में बेरोजगारी दर घटकर 7.2% हो गयी है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के आँकडों के अनुसार, 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए, शहरी बेरोजगारी दर जुलाई-सितंबर में घटकर 7.2% हो गई है, जो पिछली तिमाही में 7.6% और 2021 में 9.8% थी।
- बेरोजगारी अनुपात, को श्रम बल में व्यक्तियों के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- पुरुषों के लिए बेरोजगारी दर 6.6% और महिलाओं के लिए 9.4% है, जो जुलाई-सितंबर 2021 में क्रमशः पुरुषों के लिए 9.3% और महिलाओं के लिए 11.6% थी।
- श्रमिक जनसंख्या अनुपात, जिसे जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है, में 2021 के आंकड़ों की तुलना में मामूली वृद्धि देखी गई है।
- जुलाई-सितंबर 2022 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में श्रमिक जनसंख्या अनुपात(WPR) 44.5% है, जो 2021 में 42.3% था।
- 2021 में WPR, पुरुषों के लिए 66.6% और महिलाओं के लिए 17.6% था, इसकी तुलना में 2022 में पुरुषों के लिए WPR 68.6% और महिलाओं के लिए 19.7% हो गया है।
- श्रम बल भागीदारी दर (LFPR), जिसे श्रम बल में उन लोगों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है, जो जनसंख्या में काम कर रहे हैं, या काम की तलाश कर रहे हैं, या काम के लिए उपलब्ध हैं, में भी वृद्धि देखी गई।
- शहरी क्षेत्रों में, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए LFPR, 2021 के 46.9% की तुलना में जुलाई-सितंबर 2022 में बढ़कर 47.9% हो गया है।
- 2021 में LFPR, पुरुषों के लिए 73.5% और महिलाओं के लिए 19.9% था, जो 2022 में पुरुषों के लिए 73.4% और महिलाओं के लिए 21.7% हो गया है।
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS)
- अपेक्षाकृत अधिक नियमित समय अंतराल पर श्रम बल के आंकड़ों की उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) शुरु किया।
- पीएलएफएस के 2 प्रमुख उद्देश्य हैं -
- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन माह के अल्पकालिक अंतराल पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (अर्थात श्रमिक-जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना।
- प्रति वर्ष ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस + एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाना।