हाल ही में, ब्रिटेन के एक व्यक्ति में मिर्गी के दौरे (Epilepsy) को नियंत्रित करने के लिए विश्व का पहला मस्तिष्क प्रत्यारोपण (Brain Implant) किया गया है।
इसके लिए डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS) नामक न्यूरोस्टिम्यूलेटर उपकरण का प्रयोग किया गया है जो असामान्य दौरे पैदा करने वाले संकेतों को बाधित या अवरुद्ध करने के लिए मस्तिष्क में निरंतर विद्युत आवेग प्रेषित करता है।
क्या है डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS)
DBS का उपयोग पार्किंसंस से जुड़े आवागमन संबंधी विकारों और अन्य न्यूरोलॉजिकल स्थितियों के लिए भी किया जाता है। मिर्गी के उपचार के लिए इसका उपयोग नया नहीं है।
डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS) उपकरण में ब्रेन पेसमेकर नामक एक चिकित्सा उपकरण प्रत्यारोपित किया जाता है।
क्या है मिर्गी
मिर्गी एक ऐसी स्थिति है जो बार-बार दौरे का कारण बनती है। इसमें व्यक्ति को हाथ-पैरों में झटके, अस्थायी भ्रम, घूरने की स्थिति या मांसपेशियों में अकड़न होता है। यह मस्तिष्क में असामान्य विद्युत गतिविधि के कारण होता है।
लगभग 50% मामलों में इस बीमारी का कोई पहचान योग्य कारण नहीं होता है। हालाँकि, सिर में चोट, मस्तिष्क में ट्यूमर, मेनिन्जाइटिस जैसे कुछ संक्रमण या आनुवंशिकी भी मिर्गी का कारण बन सकती है।
वर्ष 2022 के लैंसेट अध्ययन के अनुसार, भारत में प्रति 1,000 में 3 से 11.9 लोग मिर्गी से पीड़ित हैं।
क्या आप जानते हैं?
मिर्गी के उपचार में दवाओं के साथ ‘केटोजेनिक आहार’ (Ketogenic Diet) का भी उपयोग किया जाता है, जिसमें वसा अधिक और कार्बोहाइड्रेट कम होता है।
कॉर्पस कैलोसोटॉमी (Corpus Callosotomy) सर्जरी का उपयोग भी मिर्गी के उपचार में किया जाता है। इसमें मस्तिष्क के दोनों हिस्सों को जोड़ने वाले एक भाग को हटा दिया जाता है जो असामान्य विद्युत संकेतों को मस्तिष्क के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जाने की अनुमति नहीं देता है।