संदर्भ
असम के कामरूप ज़िला प्रशासन ने दीपोर बील (आर्द्रभूमि) और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सामुदायिक रूप से मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
दीपोर बील : संबंधित तथ्य
- दीपोर बील असम के कामरूप ज़िले में गुवाहाटी शहर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के पूर्व चैनल में, मुख्य नदी के दक्षिण में स्थित एक स्थाई मीठे पानी की झील है।
- निचले असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में स्थित यह सबसे बड़े बील (तालाब के सामान) में से एक है। इसे बर्मा मानसून वन जीव विज्ञान क्षेत्र के तहत एक आर्द्रभूमि के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- दीपोर बील के जैविक एवं पर्यावरणीय महत्त्व को देखते हुए इसके संरक्षण के लिये इसे वर्ष 2002 में रामसर साइट घोषित किया गया था।
- इसके अतिरिक्त, यह एक महत्त्वपूर्ण पक्षी अभयारण्य भी है, यहाँ पक्षियों की लगभग 200 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। साथ ही, यह कई प्रवासी प्रजातियों का वास-स्थान भी है।
- इसका क्षेत्रफल 1980 के दशक के अंत में लगभग 6,000 हेक्टेयर था। वर्ष 1991 से अब तक इसके क्षेत्र में लगभग 35% की कमी आई है।
- दीपोर बील के पास ही रानी और गरभंगा आरक्षित वन क्षेत्र भी है, जहाँ एशियाई हाथियों की घनी आबादी पाई जाती है और यह स्थानिक प्रजाति ‘व्हाइट हेडेड गिब्बन’ का आवास स्थल भी है। साथ ही, यहाँ तितलियों की दुर्लभ प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं।
- विदित है कि वर्ष 2018 में राष्ट्र स्तरीय विश्व आर्द्रभूमि दिवस (2 फरवरी) का आयोजन दीपोर बील में ही किया गया था।
- वर्तमान में यह आर्द्रभूमि संकट का सामना कर रही है, क्योंकि मोरा भरालू चैनल (गुवाहाटी) के माध्यम से प्रवाहित होने वाली कलमोनी, खोंजन तथा बसिस्ता जैसी छोटी नदियों के साथ इसका संपर्क टूट रहा है।