प्रारंभिक परीक्षा- धनुष तोप (Dhanush cannon) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
सेना में 2026 तक 114 धनुष तोपों को शामिल करने की योजना है।
प्रमुख बिंदु :
- देश में बनी धनुष तोप भारतीय सेना की देशी बोफोर्स है।
- ऑर्डनंस फैक्ट्री बोर्ड के अनुसार धनुष तोप का निर्माण 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत किया गया है।
- धनुष को बोफोर्स की तर्ज पर जबलपुर स्थित गन कैरिज फैक्ट्री में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
- इस तोप के सेना में शामिल होने से भारत की युद्धक क्षमता काफी बढ़ जाएगी।
- गौरतलब है कि धनुष की प्रणाली 1980 में प्राप्त बोफोर्स पर आधारित है।
धनुष तोप की खासियत:
- धनुष 155 मिमी 45-कैलिबर की 36 किमी की रेंज वाली तोप है और विशेष गोला-बारूद के साथ 38 किमी की रेंज तककी मारक क्षमता है।
- इसकी मारक क्षमता 38-40 किमी है।
- यह मौजूदा 155 मीटर 39 कैलिबर बोफोर्स एफएच 77 तोप का अपग्रेड है।
- ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड के निगमीकरण के बाद बनी एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड अब बड़ी तोपों का निर्माण कर रही है।
- सेल्फ प्रोपलेड सिस्टम होने के कारण तोप को एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने के लिए दूसरी गाड़ी की जरूरत नहीं होती है। यह खुद ही एक जगह से दूसरे जगह जा सकती है।
- धनुष तोप में एक कंप्यूटर है और यह स्वचालित है। यह ऑटोमेटिक सिस्टम से खुद ही गोला लोड कर उसे दाग सकता है।
- धनुष की एक और खासियत है कि यह ऑटोमेटिक टारगेट के जरिए एक साथ एक टारगेट पर 6 अलग-अलग जगहों से फायर कर सकती है।
- यह बंजर जमीन, पथरीला रास्ता , दलदली इलाका कहीं से भी दुश्मन पर अटैक कर सकता है।
- यह दिन और रात की लड़ाई में भी कई तरह के खतरे आसानी से झेल सकती है। लगातार कई घंटों तक फायरिंग के बाद भी धनुष का बैरल गर्म नहीं होता।
- यह भारत में निर्मित होने वाली लंबी रेंज की पहली तोप है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- धनुष तोप का निर्माण 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत किया गया है।
- इसकी मारक क्षमता 38-40 किमी है।
- धनुष की प्रणाली 1980 में प्राप्त बोफोर्स पर आधारित है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: धनुष तोप क्या है? इस तोप के प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
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स्रोत: the hindu