बेंगलुरु की पहली डिजिटल जनसंख्या घड़ी (Digital Population Clock) का उद्घाटन किया गया।
डिजिटल जनसंख्या घड़ी के बारे में
- यह बेंगलुरु शहर की पहली डिजिटल जनसंख्या घड़ी है जो कर्नाटक एवं देश की जनसंख्या का वास्तविक समय अनुमान प्रदर्शित करेगी।
- इस घड़ी को शहर के सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान (ISEC) के प्रवेश द्वार मे स्थापित किया गया है।
- इसकी स्थापना देश की जनसंख्या वृद्धि के बारे में जागरूकता पैदा करने और शोधकर्ताओं एवं विद्वानों के लिए प्रामाणिक डाटा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई है।
- डिजिटल जनसंख्या घड़ी, सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान (ISEC) और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई एक परियोजना है।
- मंत्रालय द्वारा देशभर में 18 जनगणना अनुसंधान केंद्र (Population Research Centres) में डिजिटल जनसंख्या घड़ियां स्थापित की गई हैं।
विशेषताएं
- यह घड़ी हर एक मिनट एवं 10 सेकंड में कर्नाटक की अनुमानित जनसंख्या और हर दो सेकंड में देश की जनसंख्या को अपडेट करेगी।
- डिजिटल जनसंख्या घड़ी में सटीक समय-निर्धारण के लिए इसे सैटेलाइट कनेक्शन से सुसज्जित किया गया है। यह सिस्टम में एकीकृत सभी आवश्यक घटकों के साथ स्वायत्त रूप से संचालित होता है।
- इसके अलावा यहाँ जनगणना डाटा अनुसंधान कार्य केंद्र भी स्थापित किया गया है।
- यह केंद्र शोधकर्ताओं और छात्रों को व्यापक जनगणना डाटा तक पहुँच प्रदान करेगा, जिससे जनसांख्यिकीय प्रवृत्तियों और उनके निहितार्थों पर गहन विश्लेषण व शोध संभव होगा।
- साथ ही, यह विस्तृत जनसांख्यिकीय अध्ययन की सुविधा और नीति नियोजन का समर्थन करने के लिए अत्याधुनिक सॉफ़्टवेयर व उपकरणों से लैस है।
महत्व
यह जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के बारे में लोगों की समझ बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है तथा यह तेजी से बढ़ती जनसंख्या और सतत विकास की आवश्यकता की निरंतर याद दिलाता रहेगा।