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डायरेक्ट-टू-मोबाइल

प्रारंभिक परीक्षा: डायरेक्ट-टू-मोबाइल
मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-3 (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: नई प्रौद्योगिकी का विकास)

संदर्भ:

सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक ऐसी तकनीक लॉन्च करने की योजना है, जिसमें बिना सिम कार्ड या इंटरनेट कनेक्शन के मोबाइल पर वीडियो स्ट्रीमिंग कर सकेंगे।

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प्रमुख बिंदु:

  • डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) ब्रॉडकास्ट तकनीक पर कार्य किया जा रहा है।
  • इस तकनीक को सभी मंत्रालयों से समर्थन प्राप्त हुआ है।
  • इसके लिए 470-582 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को रिजर्व किए जाने की सम्भावना है।
  • वर्ष 2023 में D2M तकनीक की टेस्टिंग के लिए पायलट प्रोजेक्ट बेंगलुरु, कर्तव्य पथ और नोएडा में चलाए गए थे।
  • इसका परीक्षण जल्द ही 19 शहरों में किया जाएगा।

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D2M तकनीक:

  • यह ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट का मिश्रण है। 
  • इसमें मोबाइल पर वीडियो स्ट्रीमिंग के लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होगी।
  • यह उसी तकनीक पर कार्य करेगा जैसे FM Radio प्रसारित होता है।
  • फोन में लगा रिसीवर रेडियो फ्रीक्वेंसी पकड़ेगा।
  • बिना किसी डेटा खर्च वाली यह तकनीक d2h की तरह है।
  • जिस तरह बिना इंटरनेट के टीवी चैनलों का आनंद लेते हैं, ठीक वैसे ही मोबाइल फोन पर संभव होगा।
  • इस तकनीकी का लाभ लेने के लिए एक विशेष चिप की जरूरत होगी।
  • इसमें वीडियो, ऑडियो और डेटा सिग्नल को सीधे  मोबाइल पर प्रसारित करने के लिए टेरेस्ट्रियल टेलीकम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर और पब्लिक ब्रॉडकास्टर द्वारा सुझाए गए स्पेक्ट्रम का उपयोग होगा।
  • इसे सांख्य लैब्स और IIT कानपुर द्वारा विकसित किया गया है।

D2M तकनीक का महत्त्व:

  • टीवी कंटेंट को अधिक लोगों तक भेजने के लिए फोन सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बनेगा।
  • उपयोगकर्ता तक पहुंचने वाला 69% कंटेंट वीडियो फॉर्मेट में होता है।
  • बिना डेटा के वीडिओ सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। 
  • स्मार्टफोन के 80 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं, जो 2026 तक 100 करोड़ होंगे।
  • यह तकनीक देशभर में लगभग 8-9 करोड़ घरों तक पहुंचने में मदद करेगी।
  • देश के 28 करोड़ घरों में से केवल 19 करोड़ के पास टेलीविजन सेट हैं।
  • वीडियो ट्रैफिक का 25-30% D2M पर ट्रांसफर होने से 5G नेटवर्क पर ट्रैफिक कम हो जाएगा।
  • देश में डिजिटल बदलाव में तेजी आएगी।
  • IIT कानपुर के अनुसार, ब्रॉडकास्टर D2M नेटवर्क से निम्नलिखित सुविधाएँ संभव होगी- 
    • क्षेत्रीय टीवी
    • एजुकेशनल कंटेंट
    • इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम
    • आपदा से जुड़ी सूचनाएं
    • डेटा से चलने वाले ऐप की सुविधा; आदि
  • इन सुविधाओं के लिए तुलनात्मक रूप से कम दाम चुकाना पड़ेगा। 

प्रश्न:- डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) तकनीक के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

  1. यह तकनीक ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट का मिश्रण है। 
  2.  इसे सांख्य लैब्स और IIT कानपुर द्वारा विकसित किया गया है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- 

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न 1 और ना ही 2   

 उत्तर- (c)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: डायरेक्ट-टू-मोबाइल तकनीक की चर्चा करते हुए इसके महत्त्व का उल्लेख करें।

स्रोत: Business Standard

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