प्रारम्भिक परीक्षा – भृंग की एक नई प्रजाति एक्सकैस्ट्रा अल्बोपिलोसा की खोज मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-1 (पर्यावरण) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई के वैज्ञानिकों ने भृंग की एक नई रोयेंदार प्रजाति की खोज की।
प्रमुख बिंदु :-
- इस शोध को ऑस्ट्रेलियन जर्नल ऑफ टैक्सोनॉमी पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
- यह खोज क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा की गई है।
एक्सकैस्ट्रा अल्बोपिलोसा भृंग (Beetal):-
- यह लॉन्गहॉर्न भृंग/बीटल की एक प्रजाति है।
- इसका नाम एक्सकैस्ट्रा अल्बोपिलोसा रखा गया है।
- यह ऑस्ट्रेलिया की मूल निवासी है।
- यह पक्षी के मल जैसा दिखता है।
- यह 9.7 मिमी लंबा है।
- इसके शरीर पर सफेद रोयेंदार बाल हैं।
- यह लाल एवं काले रंग का है।
भृंग (Beetal):-
- यह कीट या कीड़े की एक प्रजाति है।
- भृंग पत्तियों, कलियों और टहनियों को खाते हैं।
- इसकी विश्व में कई प्रजातियां पायी जाती हैं।
- इसकी एक प्रजाति गोबर भृंग है।
गोबर भृंग :-
- कीड़ों के इस समूह को पर्यावरण के लिए फायदेमंद माना जाता है क्योंकि ये मिट्टी के पोषक तत्वों के चक्र में सहायता करते हैं।
- इनमें से एक मेहतर या गोबर भृंग है।
- यह गोबर को मिट्टी की गहराई में ले जाकर पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायता करती है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :- एक्सकैस्ट्रा अल्बोपिलोसा के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
- यह लॉन्गहॉर्न भृंग/बीटल की एक प्रजाति है।
- हाल ही में क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा इस प्रजाति की खोज की गई है।
- इसके शरीर लाल एवं काले रंग का सफेद रोयेंदार बालों वाला है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर (c)
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