चर्चा में क्यों : हाल ही में पल्लव राजवंश के आरंभिक काल के ताम्रपत्र अनुदान अभिलेखों का एक समूह (सेट) प्रकाश में आया है।
प्राप्ति स्थल :यह ताम्रपत्र कर्नाटक राज्य के चिकबल्लापुर जिले के डिब्बूरू गांव में एक परिवार के पास थे।
प्रकाश में आए ताम्रपत्रों में तांबे की प्लेटों के पांच पत्ते हैं, जो पिछली पांच पीढ़ियों से डिब्बूरू गाँव में श्री पंडित शिव स्वामी आचार्य परिवार के पास हैं।
भाषा एवं लिपि :ये ताम्रपत्र लेख संस्कृत भाषा में हैं और इनमें 5वीं और 6वीं शताब्दी की प्रारंभिक तेलुगु-कन्नड़ लिपि अंकित है।
विवरण :ताम्रपत्रों पर उत्कीर्ण लेखों में सियापुरा गांव के उपहार का उल्लेख है।
ताम्रपत्र जारीकर्ता :पल्लव राजा शिव सिंह वर्मा द्वारा अपने शासनकाल के 20 वें वर्ष में जारी किए गए थे, जो नंदीवर्मा के पुत्र और भारद्वाज गोत्र के स्कंदवर्मा के पोते थे।
ताम्रपत्र प्राप्तकर्ता :कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की 12वीं तिथि को, बादरायण गोत्र के एक ब्राह्मण को जारी किये गए थे, जो छह वेदांगों में पारंगत था।