(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 1; भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से आधुनिक काल तक के कला के रूप, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू शामिल होंगे।) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भारतीय वाद्ययंत्र बजाते संगीतकारों की पारंपरिक डोकरा कलाकृति भेंट की गई। इस दौरान उन्होंने फ्रांस की प्रथम महिला ब्रिगिट मैक्रों को फूलों और मोर की आकृति वाला एक सुंदर चांदी का हाथ से उकेरा हुआ टेबल मिरर भी भेंट किया।
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डोकरा कलाकृति
- डोकरा शिल्प, 4000 साल से भी पुरानी तकनीक है, जो छत्तीसगढ़ की पारंपरिक धातु-ढलाई तकनीक है।
- सबसे पुरानी ज्ञात कलाकृति मोहनजो-दारो की नृत्य करती महिला की मूर्ति है।
- ढोकरा दामर जनजातियों द्वारा प्रचलित लोक कला का एक रूप है, जो पारंपरिक रूप से धातुकार हैं।
- ये कारीगर मुख्य रूप से पूर्वी भारत में पाए जाते हैं, जिसमें पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड शामिल हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ में भी इनकी उल्लेखनीय उपस्थिति है।
- वर्ष 2018 में, तेलंगाना के आदिलाबाद डोकरा को अपनी विशिष्ट शैली के लिए जी.आई. टैग मिला।
- इस कला के लिए सटीक एवं जटिल शिल्प कौशल की आवश्यकता होती है जिसे मुख्यत: पीतल, निकल और जस्ता मिश्र धातुओं से बनाया जाता है।
- प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मैक्रों को उपहार स्वरूप दी गई दो डोकरा कलाकृतियाँ सोने की धातु से निर्मित और पत्थरों से जड़ी हुई हैं, जिनमें संगीतकार को सरोद व तबला बजाते हुए प्रदर्शित किया गया है।