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डोजर पुश माइनिंग का सफल परीक्षण

चर्चा में क्यों?

  • सीएसआईआर-सीआईएमएफआर ने डोजर पुश माइनिंग विधि के पहले परीक्षण विस्फोट का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
  • यह परीक्षण छत्तीसगढ़ में मेसर्स अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा संचालित परसा ईस्ट और कांटा बासन कोयला खदान में किया गया। 
  • यह परीक्षण भारत की कंपनी अदानी नेचुरल रिसोर्सेज के सहयोग से किया गया। 

डोजर पुश माइनिंग क्या है?

  • डोजर पुश माइनिंग एक ऐसी खनन तकनीक है, जिसमें मानव रहित मशीनों का उपयोग करके खनन किया जाता है।
    • डोजर एक भारी-भरकम मशीन है।
  • इस तकनीक में, डोजर को कोयले की परतों पर धकेला जाता है, जिससे कोयला टूटकर अलग हो जाता है।
  • इस तकनीक के कई महत्त्व हैं, जैसे-
    • यह तकनीक पारंपरिक खनन विधियों की तुलना में अधिक उत्पादक है।
    • मानव रहित मशीनों के उपयोग से खनन कार्य अधिक सुरक्षित हो जाता है।
    • यह तकनीक पारंपरिक खनन विधियों की तुलना में कम पर्यावरणीय प्रभाव डालती है।

सीएसआईआर-सीआईएमएफआर (CSIR-Central Institute of Mining and Fuel Research):

  • भारत का एक प्रमुख वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान संगठन है।
  • यह खनन और ईंधन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाता है।

प्रश्न. डोजर पुश माइनिंग तकनीक का पहला सफल परीक्षण किस कंपनी के सहयोग से किया गया?

(a) टाटा स्टील

(b) रिलायंस इंडस्ट्रीज

(c) अदानी नेचुरल रिसोर्सेज

(d) भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड

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