चर्चा में क्यों?
हाल ही में महाराष्ट्र राज्य वन्यजीव बोर्ड (एसबीडब्ल्यूएल) ने नवी मुंबई में डीपीएस वेटलैंड को फ्लेमिंगो कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया।

प्रमुख बिंदु:
- घोषणा: महाराष्ट्र राज्य वन्यजीव बोर्ड (SBWL) द्वारा
- फ्लेमिंगो जैसे पक्षियों के लिए सुरक्षित आवास और हवाई दुर्घटनाओं की संभावना में कमी।
बोर वन्यजीव अभयारण्य का विस्तार (वर्धा जिला):
- नए शामिल गाँव:
- गरमसुर
- येनिडोडका
- मेथिराजी
- उमरविहोरी
- मराकसुर
देवराई (पवित्र उपवन) को संरक्षित क्षेत्र बनाने का निर्णय
- स्थान: पश्चिमी घाट
- उद्देश्य: इन पारंपरिक रूप से संरक्षित उपवनों का वैज्ञानिक संरक्षण।
- समिति:
- अध्यक्षता: एपीसीसीएफ (पश्चिम)
- कार्य: देवराई को संरक्षण रिजर्व घोषित करने के लिए प्रस्ताव तैयार करना।
फ्लेमिंगो के बारे में:
- वैज्ञानिक नाम: Phoenicopterus
- परिवार: Phoenicopteridae
- मुख्य प्रजातियाँ: Greater Flamingo, Lesser Flamingo
- रंग: गुलाबी / लाल – आहार में मौजूद बीटा कैरोटीन के कारण
- आवास: नमभूमियाँ, झीलें, दलदली क्षेत्र
- खान-पान: शैवाल, कीट, छोटे जलीय जीव
- विशेषता: लंबी टांगें, मुड़ा हुआ चोंच, सामूहिक जीवन (फ्लॉक में रहते हैं)
- प्रजनन: एक अंडा, दोनों माता-पिता देखभाल करते हैं
- स्थान: अफ्रीका, एशिया, अमेरिका, यूरोप
- भारत में: गुजरात का खावड़ा, महाराष्ट्र का नवी मुंबई (DPS वेटलैंड – फ्लेमिंगो रिजर्व)
पर्यावरणीय महत्व:
- पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखते हैं
- जैव विविधता के संकेतक पक्षी हैं
- संरक्षण स्थिति:
- कुछ प्रजातियाँ संकटग्रस्त, संरक्षण प्रयास जारी
प्रश्न: डीपीएस वेटलैंड को किस पक्षी की सुरक्षा के लिए संरक्षण रिजर्व घोषित किया गया है?
(a) सारस
(b) फ्लेमिंगो
(c) मोर
(d) हंस
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