(प्रारंभिक परीक्षा : राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ)
चर्चा में क्यों
हाल ही में, मेघालय के दुर्गम स्थानों तक स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति के उद्देश्य से देश के पहले ड्रोन स्टेशन का उद्घाटन किया गया है। इस दौरान स्टेशन से ‘वर्टिप्लेन एक्स3’ नामक ड्रोन के माध्यम से एक दूरस्थ स्थान पर 1.5 किलोग्राम दवाओं की हवाई डिलीवरी की गई।
प्रमुख बिंदु
- मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स ज़िले में जेंगजल के उप-विभागीय अस्पताल में ड्रोन स्टेशन का निर्माण किया गया है।
- इसके माध्यम से पश्चिमी गारो हिल्स ज़िले के पेडलडोबा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) तक दवाइयाँ पहुँचाई जा सकेगी, जो ड्रोन स्टेशन से 69 किमी. दूर है।
- मेघालय सरकार ने परिवहन के एक नए युग की शुरुआत करने के उद्देश्य से नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा घोषित उदारीकृत ड्रोन नियम 2021 के आधार पर इस ड्रोन स्टेशन का निर्माण किया है।
लाभ
- इसके माध्यम से राज्य के दुर्गम क्षेत्रों तक सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति की जा सकेगी।
- यह ड्रोन स्टेशन ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये परिवहन के एक कुशल साधन के रूप में कार्य करेगा।
- मेघालय के 55 गांवों में लगभग 18,000 लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के लिये ड्रोन वितरण प्रणाली एक प्रमुख आवश्यकता है।
वर्टिप्लेन एक्स3 (Vertiplane X3)
- वर्टिप्लेन एक्स3, भारत में निर्मित सबसे तेज हाइब्रिड ई.-वी.टी.ओ.एल. (Electric Vertical Take-Off and Landing : e-VTOL) ड्रोन है।
- इस ड्रोन का निर्माण टेकईगल (TechEagle) द्वारा किया गया है, जो एक ड्रोन लॉजिस्टिक सेवा प्रदाता कंपनी है।
- यह 120 किमी./घंटा की अधिकतम गति के साथ 100 किमी. की दूरी तय करने और 3 किलोग्राम पेलोड वहन करने में सक्षम है। यह ड्रोन 4,500 मीटर की शीर्ष ऊर्ध्वाधर ऊँचाई तक पहुँच सकता है।
- यह स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, समुद्री और ई-कॉमर्स के लिये कार्गो की डिलीवरी हेतु एक आदर्श उपकरण है।