डिस्लेक्सिया भाषा-आधारित एक अधिगम (लर्निंग) अक्षमता है। यह सटीक और धाराप्रवाह तरीके से शब्द को पहचानने में कठिनाइयों, वर्तनी अशुद्धि एवं डिकोडिंग क्षमताओं में कमी को दर्शता है। इससे पीड़ित छात्र आमतौर पर वर्तनी, लेखन एवं शब्दों के उच्चारण जैसे अन्य भाषा कौशल में कठिनाइयों का अनुभव करते हैं।
हालांकि, यह बुद्धि से संबंधित समस्या नहीं है और इससे पीड़ित छात्र उचित शिक्षण विधियों के माध्यम से सफलतापूर्वक सीख सकते हैं।
डिस्लेक्सिया दुनिया भर में लगभग 5%-10% लोगों को प्रभावित करता है। इससे पीड़ित प्रसिद्ध लोगों में अल्बर्ट आइंस्टीन, लुडविग वान बीथोवेन, चार्ल्स डार्विन, अर्नेस्ट हेमिंग्वे, अगाथा क्रिस्टी और व्हूपी गोल्डबर्ग शामिल हैं।
डिस्लेक्सिया के लक्षण
डिस्लेक्सिया के लक्षण बचपन में ही प्रकट हो सकते हैं और बालिकाओं की तुलना में बालक दो से तीन गुना अधिक प्रभावित होते हैं।
इससे पीड़ित लोगों को भाषा बोलने में समस्या हो सकती है और उन्हें स्वयं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने या दूसरों के कहने का आशय पूर्णतया समझने में कठिनाई हो सकती है।
डिस्लेक्सिया के कारण
मानव मस्तिष्क के एक विशिष्ट भाग विज़ुअल थैलेमस के कार्य एवं संरचना में परिवर्तन के कारण डिस्लेक्सिया की समस्या उत्पन्न होती है।
इसके अलावा, डिस्लेक्सिया से ग्रस्त माता-पिता के बच्चे को डिस्लेक्सिया से पीड़ित जन्म लेने की संभावना अधिक होती है।
क्या है विज़ुअल थैलेमस
‘विज़ुअल थैलेमस’ मस्तिष्क में थैलेमस के एक विशिष्ट भाग को संदर्भित करता है। यह आँखों को सेरेब्रल कॉर्टेक्स से जोड़ता है और तर्क, भावना, विचार, स्मृति, भाषा व चेतना की क्षमता के लिए महत्वपूर्ण है।
थैलेमस के भीतर लेटरल जीनिकुलेट न्यूक्लियस (LGN) दृश्य जानकारी के लिए प्राथमिक प्रसारण (Relay) केंद्र होता है। यह रेटिना से संकेत प्राप्त करता है और मस्तिष्क के ऑक्सीपीटल लोब (Occipital Lobe) में प्राइमरी विसुअल कॉर्टेक्स (Primary visual cortex) को सूचना भेजने से पहले उन्हें संसाधित करता है।
यह मार्ग दृश्य धारणा (Visual Perception) के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें दृश्य उत्तेजनाओं को संसाधित करना और उन्हें एक सुसंगत दृश्य अनुभव में एकीकृत करना शामिल है।
वैज्ञानिकों ने एक विशेष एम.आर.आई. प्रणाली की मदद से विज़ुअल थैलेमस का अध्ययन किया। डिस्लेक्सिया से पीड़ित लोगों में दृश्य थैलेमस के गति-संवेदनशील भाग के कार्य एवं संरचना में परिवर्तन दिखाई देते हैं।
ऑक्सीपीटल लोब मस्तिष्क का दृश्य प्रसंस्करण क्षेत्र (Visual Processing Area) है। यह नेत्र-स्थानिक प्रसंस्करण, दूरी एवं गहराई की धारणा, रंग निर्धारण, वस्तु व चेहरे की पहचान तथा स्मृति निर्माण से संबद्ध है।