चर्चा में क्यों?
हाल ही, में केंद्र सरकार ने ई-पासपोर्ट जारी करने की व्यवस्था लागू की है।
ई-पासपोर्ट
- यह पासपोर्ट बायोमेट्रिक डाटा पर आधारित होगा और यह विश्व स्तर पर आप्रवासन (Immigration) प्रक्रिया को सरल एवं सक्षम बनाएगा।
- पासपोर्ट में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत एक माइक्रोचिप लगी होगी, जिसमें धारक के बायोमेट्रिक डाटा से संबंधित महत्त्वपूर्ण व सुरक्षा संबंधी जानकारियाँ संरक्षित होंगी।
- ई-पासपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आई.सी.ए.ओ.) के मानकों पर आधारित होगा। इसका निर्माण भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक द्वारा किया जाएगा।
ई-पासपोर्ट के लाभ
- इसमें रेडियो-फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन के माध्यम से अनधिकृत डाटा स्थानांतरण को रोकना संभव होगा।
- उन्नत दस्तावेज़ के प्रयोग से पहचान के दुरूपयोग एवं जालसाजी को रोकने और एक सुव्यवस्थित आप्रवासन प्रक्रिया के माध्यम से संपर्क बढ़ाने में सहायता मिलेगी।
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO)
- यह संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है। इसका मुख्यालय मॉन्ट्रियल (कनाडा) में स्थित है।
- इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय हवाई नेविगेशन की तकनीकों और सिद्धांतों में बदलाव तथा सुरक्षित एवं व्यवस्थित विकास की योजनाओं को बढ़ावा देना है।