चर्चा में क्यों
अमेरिका में इस वर्ष चुनावी माहौल के बीच, भारतीय-अमेरिकी सांसदो ने ग्रीन कार्ड और एच-1बी सुधारों के लिए प्रस्तावित EAGLE एक्ट पर वर्तमान अमेरिकी सरकार के रुख को ‘निराशाजनक’ बताया है।
क्या है प्रस्तावित EAGLE एक्ट
- EAGLE (The Equal Access to Green cards for Legal Employment) Act, 2022 प्रत्येक देश के लिए ‘रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड’ की सीमा को समाप्त करने के लिए लाया गया एक कानून है।
- अधिनियम का उद्देश्य : अमेरिकी नियोक्ताओं को रोज़गार-आधारित अप्रवासी वीज़ा (ग्रीन कार्ड) पर ‘प्रति देश’ सीमा को समाप्त करके, उनकी जन्मभूमि के बजाय योग्यता के आधार पर अप्रवासियों को नियुक्त करने पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देना।
- इस एक्ट का एक और लक्ष्य एच-1बी स्पेशलिटी ऑक्यूपेशन वीज़ा कार्यक्रम में सुधार करना है।
- यह सुधार भर्ती आवश्यकताओं को मजबूत करके, अमेरिकी श्रमिकों के लिए सुरक्षा को मजबूत करके और पारदर्शिता को बढ़ावा देकर किया जाएगा।
- प्रमुख प्रावधान :
- विधेयक में रोजगार आधारित आप्रवासी वीज़ा पर प्रति देश 7% की सीमा को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने का प्रस्ताव है।
- विधेयक में परिवार प्रायोजित वीज़ा पर प्रति देश 7% की सीमा को बढ़ाकर 15% करने का भी प्रस्ताव है।
- नए विधेयक के पास होने के बाद कंपनियां प्रवासियों को उनके देश के आधार (जन्मस्थान) पर नहीं बल्कि उनकी योग्यता के आधार पर भर्ती करेंगी, और इसी के आधार पर ग्रीन कार्ड भी जारी होगा।
क्या है अमेरिका का ग्रीन कार्ड
- ग्रीन कार्ड अमेरिका में प्रवासियों को स्थायी रूप से रहने का विशेषाधिकार देता है, इसे अधिकारिक तौर पर एक स्थायी निवास प्रमाण पत्र के रूप में भी जाना जाता है।
- अमेरिका में एक ग्रीन कार्ड रखने वाला व्यक्ति पांच साल के स्थायी निवास (PR) के बाद अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है।
- नागरिकता के लिए आवेदन करने से पहले उन्हें अपने ग्रीन कार्ड को छह महीने से कम समय में समाप्त होने से पहले रिन्यू करने की आवश्यकता होती है।
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भारतीय प्रवासियों पर नए विधेयक का प्रभाव
- यूएस सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (USCIS) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, लगभग 370,000 भारतीय वीजा उपलब्धता का इंतजार कर रहे हैं।
- इन आवेदनकर्ताओं में ज्यादातर पेशेवर और स्किल कर्मचारियों की श्रेणी के है और ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए योग्य हैं।
- CATO इंस्टीट्यूट की 2020 की रिपोर्ट कहती है, वर्तमान में ग्रीन कार्ड पाने के लिए भारतीय प्रवासियों की वेटिंग बहुत ज्यादा है।
- अमेरिका में 75% तक भारतीय स्किल्ड स्टाफ ग्रीन कार्ड पाने की वेटिंग में है, अगर पुराना नियम ही जारी रहा तो इन्हें ग्रीन कार्ड पाने में 9 दशक लग जाएंगे।
- ऐसे में नए कानून की मदद से भारतीयों को देश के आधार पर नहीं, उनकी योग्यता के आधार पर ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा, इससे अधिक संख्या को भारतीयों को अवसर मिल सकता है।
- ग्रीन कार्ड मिलने में देरी के मुख्य कारणों में से एक अमेरिका में रोजगार आधारित इमिग्रेशन वीजा पर प्रति देश सात प्रतिशत का कोटा ही है।
- यह चीन और भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देशों के स्किल कर्मचारियों को अमेरिका में स्थायी कार्ड प्राप्त करने में परेशानी पैदा करता है।
- इन दोनों देशों के अप्रवासियों को कम आबादी वाले देशों की तुलना में 20 से 30 गुना अधिक प्रतीक्षा अवधि का सामना करना पड़ता है।