संदर्भ
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने ‘ईज़ ऑफ लिविंग इंडेक्स’ (Ease of Living Index) 2020 तथा ‘नगरपालिका कार्य-निष्पादन सूचकांक’ (Municipal Performance Index) 2020 की अंतिम रैंकिंग जारी की।
‘ईज़ ऑफ लिविंग इंडेक्स’ (EOLI)
- ‘ईज़ ऑफ लिविंग इंडेक्स’ एक मूल्यांकन उपकरण है, जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिये विभिन्न पहलों के प्रभाव का आकलन करता है। यह जीवन की गुणवत्ता, शहर की आर्थिक क्षमता, स्थिरता तथा लचीलेपन के आधार पर देश भर के प्रतिभागी शहरों के संबंध में व्यापक समझ उपलब्ध कराता है।
- इस मूल्यांकन में सिटिज़न पर्सेप्शन सर्वे (CPS) के माध्यम से नगर प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवाओं के संबंध में नागरिकों के दृष्टिकोण को भी शामिल किया गया है।
- ई.ओ.एल.आई. का लक्ष्य 13 श्रेणियों के अंतर्गत जीवन की गुणवत्ता, आर्थिक-क्षमता और स्थिरता जैसे 49 संकेतकों के आधार पर 111 शहरों में नागरिकों के कल्याण का मापन करना है।
- 2020 के सूचकांक के तहत रैंकिंग की घोषणा दो श्रेणियों- 10 लाख से अधिक तथा 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों के लिये की गई है।
- 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में बेंगलुरु शीर्ष प्रदर्शनकर्ता है, जिसके बाद पुणे तथा अहमदाबाद का स्थान है। 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में शिमला प्रथम स्थान पर है।
‘नगरपालिका कार्य-निष्पादन सूचकांक’ 2020
- ‘नगरपालिका कार्य-निष्पादन सूचकांक’ को ‘ईज़ ऑफ लिविंग इंडेक्स’ के सहायक के रूप में जारी किया गया है। यह सूचकांक सेवाओं, वित्त, नीति, प्रौद्योगिकी तथा शासन के सभी क्षेत्रों व नगरपालिकाओं में स्थानीय शासन प्रणाली की जाँच करता है।
- यह स्थानीय शासन प्रणाली में जटिलताओं का सरलीकरण और मूल्यांकन करने के साथ-साथ पारदर्शिता व जवाबदेही के लोकाचार को भी बढ़ावा देता है।
- इस सूचकांक में सेवा, वित्त, प्रौद्योगिकी, शासन तथा नीति जैसे पाँच मापदंडों के आधार पर 111 नगरपालिकाओं के क्षेत्रीय प्रदर्शन की जाँच की गई है। इसमें कुल मिलाकर 20 कार्यक्षेत्रों से संबंधित 100 संकेतक शामिल हैं।
- 1O लाख से अधिक जनसंख्या वाली नगरपालिकाओं की श्रेणी में इंदौर प्रथम स्थान पर है, जबकि सूरत और भोपाल क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं।
- 10 लाख से कम जनसंख्या वाली नगरपालिकाओं की श्रेणी में नई दिल्ली नगरपालिका प्रथम स्थान पर है, इसके बाद तिरुपति और गांधीनगर हैं।