(प्रारंभिक परीक्षा : रिपोर्ट जारीकर्ता तथा विभिन्न आँकड़े)
(मुख्य परीक्षा प्रश्नपत्र – 3 : समावेशी विकास)
चर्चा में क्यों?
- नीति आयोग, विद्युत मंत्रालय, रॉकफेलर फाउंडेशन तथा स्मार्ट पॉवर इंडिया द्वारा ‘विद्युत तक पहुँच एवं उपयोगिता मानक रिपोर्ट’ (Electricity Access in India and Benchmarking Distribution Utilities Report) जारी की गई है।
- इस रिपोर्ट में बेहतर प्रदर्शन करने वाली डिस्कॉम (विद्युत वितरण कम्पनियाँ) द्वारा अपनाई गई उत्कृष्ट विधियों का उल्लेख किया गया है। साथ ही, सतत् विद्युत की पहुँच में वृद्धि हेतु महत्त्वपूर्ण सुझाव भी दिये गए हैं।
रिपोर्ट का आधार
- यह रिपोर्ट 10 राज्यों में किये गए प्राथमिक सर्वेक्षण पर आधारित है। इस सर्वेक्षण में भारत की 65% ग्रामीण आबाद का प्रतिनिधित्व किया गया है जिसमें घर, वाणिज्यिक उद्यम तथा अन्य संस्थानों के 25,000 से भी अधिक नमूनों को शामिल किया गया है।
- रिपोर्ट में 25 वितरण उपयोगिताओं (विद्युत आपूर्ति पक्ष) का आकलन किया गया है।
रिपोर्ट के उद्देश्य
- सम्पूर्ण देश में विद्युत की सार्थक पहुँच की स्थिति का मूल्यांकन करना।
- सतत् विद्युत पहुँच में वृद्धि हेतु सिफारिशें तैयार करना।
रिपोर्ट के निष्कर्ष
- 92% से अधिक लोगों ने अपने घर के आस-पास (50 मीटर के दायरे में) की विद्युत के बुनियादी ढाँचे की स्थिति की सम्पूर्ण जानकारी दी तथा इन लोगों की प्राथमिक समस्या विद्युत के खम्भों का घर से अधिक दूर होना है।
- 86% विद्युत उपभोक्ताओं तक ग्रिड आधारित विद्युत की पहुँच है तथा 14% लोग गैर-ग्रिड स्रोतों अथवा विद्युत का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं।
- विद्युत उपभोक्ताओं के सभी वर्गों तक विद्युत आपूर्ति में 17 घंटे प्रतिदिन का सुधार हुआ है।
- लगभग 85% उपभोक्ता मीटर आधारित विद्युत कनेक्शन का उपयोग कर रहे है।
- 83% घरेलू उपभोक्ताओं तक विद्युत की पहुँच है।
- रिपोर्ट के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल 66% ग्राहक संतुष्ट हैं जिनमें 74% शहरी तथा 60% ग्रामीण उपभोक्ता शामिल हैं।
- ध्यातव्य है कि विद्युत आपूर्ति सेवाओं से सम्बंधित उपभोक्ताओं के संतुष्टि स्तर के निर्धारण हेतु संतुष्टि सूचकांक (Satisfaction Index) बनाया गया है।
- रिपोर्ट में ‘प्रधानमंत्री सहजविद्युत हर घर योजना’ तथा ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना’ के लाभों को चिन्हित किया गया है।
- सर्वेक्षण में सभी हितधारकों ने सरकार द्वारा किये गए विद्युत क्षेत्र से सम्बंधित सुधारों की सराहना की है।
रिपोर्ट में अनुशंसाएँ
- गैर घरेलू ग्राहकों को नए विद्युत कनेक्शन देने में प्राथमिकता दी जानी चाहिये।
- ग्राहकों के खातों में सब्सिडी या अन्य लाभों का हस्तांतरण सीधे उनके खाते में किया जाना चाहिये।
- उन्नत प्रौद्योगिकी आधारित ग्राहक सेवा को प्रोत्साहन प्रदान किया जाए।
- 100% ग्राहकों को मीटर आधारित विद्युत की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
निष्कर्ष
- सर्वेक्षण के आँकड़े पुष्टि करते हैं कि सभी क्षेत्रों में विद्युत की पहुँच सम्बंधी आधारभूत ढाँचे में सुधार हुआ है हालाँकि विनियमित टैरिफ तथा 24×7विद्युत की उपलब्धता से सम्बंधित महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार अभी बहुप्रतीक्षित हैं।
- प्री फैक्ट्स :
- रॉकफेलर फाउंडेशन न्यूयॉर्क (अमेरिका) स्थित एक निजी परोपकारी संस्था है। वर्तमान में इसके अध्यक्ष राजीव राज शाह हैं।
- सभी के लिये सतत् ऊर्जा (Sustainable Energy for All - SEforALL) एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना वर्ष 2011 में हुई थी। यह संगठन सतत् विकास लक्ष्य – 7 (सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा) की प्राप्ति हेतु प्रतिबद्ध है।
- वैश्विक स्तर पर विद्युत उत्पादन तथा उपभोग में भारत 5 वें स्थान पर है।
- वर्तमान में देश में 5 उर्जा ग्रिड (उत्तर, पश्चिम पूर्वी, पूर्वोत्तर तथा दक्षिण भारत ग्रिड ) हैं।
- बिजली की सर्वाधिक माँग और खपत महाराष्ट्र राज्य में है।
- सर्वाधिक पवन उर्जा का उत्पादन करने वाला राज्य तमिलनाडु है।
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