प्रारंभिक परीक्षा के लिए - एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 3 - साइबर सुरक्षा |
चर्चा में क्यों
- हाल ही में, Apple द्वारा घोषणा की गयी, कि वह 2023 की शुरुआत तक iCloud पर अधिकांश डेटा के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की शुरुआत करेगा।
महत्वपूर्ण बिन्दु
- Apple के अनुसार एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ, क्लाउड में डेटा के उल्लंघन की स्थिति में भी उपयोगकर्ता डेटा सुरक्षित रहेगा।
- ट्विटर के सीईओ ने भी हाल ही में ट्विटर डायरेक्टिंग मैसेजिंग (डीएम) को एन्क्रिप्ट करने पर जोर दिया।
- कई लोकप्रिय संदेश सेवा प्रदाता एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का प्रयोग करते हैं, जिनमें फेसबुक, व्हाट्सएप और ज़ूम इत्यादि शामिल हैं।
- अमेरिका में साइबर हमलों और घुसपैठ की जांच के लिए प्रमुख संघीय एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन द्वारा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और यूजर-ओनली एक्सेस पोज़ के कारण उत्पन्न खतरों पर चिंता व्यक्त की गयी।
- उसके अनुसार यह तकनीक अमेरिकियों को साइबर हमलों, बच्चों के खिलाफ हिंसा और आतंकवाद से बचाने की उनकी क्षमता में बाधा डालती है।
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक संचार प्रक्रिया है जो दो उपकरणों के बीच साझा किए जा रहे डेटा को एन्क्रिप्ट करती है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2EE) किसी तीसरे पक्ष को डेटा तक पहुंचने से रोकता है, जब डेटा को एक सिस्टम या डिवाइस से दूसरे सिस्टम या डिवाइस में स्थानांतरित किया जाता है।
- यह क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स, इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) और साइबर क्रिमिनल्स जैसे तीसरे पक्षों को डेटा ट्रांसफर होने के दौरान एक्सेस करने से रोकता है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की प्रक्रिया एक एल्गोरिथ्म का उपयोग करती है जो मानक पाठ को एक अपठनीय प्रारूप में बदल देती है।
- यह प्रारूप केवल डिक्रिप्शन कुंजी वाले लोगों द्वारा ही डीकोड किया जा सकता है और पढ़ा जा सकता है, जो केवल एंडपॉइंट्स पर संग्रहीत होते हैं।
- मुख्य रूप से संचार को सुरक्षित करने के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग किया जाता है, इसका उपयोग करने वाले कुछ लोकप्रिय इंस्टेंट-मैसेजिंग ऐप सिग्नल, व्हाट्सएप, आईमैसेज और गूगल मैसेज हैं।
- इसका उपयोग, पासवर्ड सुरक्षित करने, संग्रहीत डेटा की सुरक्षा और क्लाउड स्टोरेज पर डेटा की सुरक्षा के लिए भी किया जाता है।
- व्यावसायिक दस्तावेज़ों, वित्तीय विवरणों, कानूनी कार्यवाहियों और व्यक्तिगत वार्तालापों को स्थानांतरित करने के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का लंबे समय से उपयोग किया जाता रहा है।
- इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग संग्रहीत डेटा तक पहुंच के लिए उपयोगकर्ता प्राधिकरण को प्रबंधित करने के लिए भी किया जा सकता है।
एंड टू एंड एन्क्रिप्शन का महत्व
- एक डेटा ब्रीच रिसर्च, द राइजिंग थ्रेट टू कंज्यूमर डेटा इन द क्लाउड के अनुसार 2013 और 2021 के बीच डेटा उल्लंघन की घटनाओं में तीन गुने से भी अधिक की वृद्धि हुई है।
- Apple के अनुसार, 2021 में 1.1 बिलियन व्यक्तिगत रिकॉर्ड का डेटा उल्लंघन सामने आया।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन तकनीक का प्रयोग करके इस बढ़ते खतरे को रोका जा सकता है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन डेटा सुरक्षा को बढ़ावा देता है, तथा व्यक्तिगत डेटा तक अनाधिकृत पहुंच को रोकता है।
- जिसके कारण, हैकिंग हमलों से सुरक्षा के संदर्भ में यह तकनीक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को एक ऐसी तकनीक के रूप में भी देखा जाता है जो उपयोगकर्ता डेटा को सरकारी स्नूपिंग से भी बचाती है, जिससे यह राजनीतिक विरोधियों, पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के लिए एक वांछित सुविधा बन जाती है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन सुनिश्चित करता है कि उपयोगकर्ता डेटा, सेवा प्रदाताओं, क्लाउड स्टोरेज प्रदाताओं और एन्क्रिप्टेड डेटा का प्रबंधन करने वाली कंपनियों सहित अनुचित पार्टियों से सुरक्षित है।
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड डेटा को केवल विश्वसनीय उपकरणों द्वारा डिक्रिप्ट किया जा सकता है, डेटा को केवल डिवाइस पासकोड, पासवर्ड, रिकवरी कॉन्टैक्ट या रिकवरी कुंजी के साथ ही एक्सेस किया जा सकता है।
एंड टू एंड एन्क्रिप्शन से संबंधित मुद्दे
- एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मेटाडेटा की सुरक्षा नहीं करता है, जिसमें फ़ाइल कब बनाई गई थी, संदेश भेजे जाने की तारीख और डेटा साझा किए जाने वाले एंडपॉइंट जैसी जानकारी शामिल होती है।
- एन्क्रिप्टेड संदेशों का उपयोग आतंकवादियों और अन्य गैर राज्य तत्वों द्वारा किया जा सकता है, जो राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता को खतरे में डाल सकते हैं।
- बढ़ते डेटा उल्लंघनों के बीच कई तकनीकी कंपनियां संचार को सुरक्षित करने और डेटा की सुरक्षा के लिए एंड टू एंड एन्क्रिप्शन पर जोर दे रही हैं।
- वहीं विभिन्न देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियां मजबूत एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के खिलाफ हैं।
- 2019 में, यूएस, यूके और ऑस्ट्रेलिया ने फेसबुक पर अपने एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप में एक बैकडोर बनाने के लिए दबाव बनाने की योजना बनाई ताकि सरकारों को निजी संचार की सामग्री तक पहुंचने की अनुमति मिल सके।
- 2018 में, ऑस्ट्रेलिया ने कानून पारित किया जो टेक कंपनियों और सेवा प्रदाताओं को व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे प्लेटफार्मों पर संदेशों तक कानून प्रवर्तन गुप्त पहुंच की अनुमति देने वाली क्षमताओं का निर्माण करने के लिए मजबूर करेगा।