प्रारंभिक परीक्षा
(राष्ट्रीय घटनाक्रम, सरकारी योजनाएं)
मुख्य परीक्षा
(सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2 : केंद्र एवं राज्यों द्वारा जनसंख्या के अति संवेदनशील वर्गों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ और इन योजनाओं का कार्य-निष्पादन; इन अति संवेदनशील वर्गों की रक्षा एवं बेहतरी के लिये गठित तंत्र, विधि, संस्थान व निकाय)
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संदर्भ
वर्ष 2015 में शुरू लिए गए ‘स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (SLNP)’ एवं ऊर्जा दक्षता के लिए ‘उजाला योजना’ पहल के 10 वर्ष पूर्ण हुए।
उजाला योजना के बारे में
- क्या है : कम मूल्य पर लाइट एमिटिंग डायोड (LED) बल्ब वितरित करने के लिए भारत सरकार की एक योजना
- पूर्ण नाम : उजाला (Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All : UJALA) योजना
- पृष्ठभूमि : डोमेस्टिक एफिशिएंट लाइटिंग प्रोग्राम (DELP) के रूप में इस योजना की शुरुआत
- बाद में इसे उजाला नाम दिया गया।
- प्रारंभ : 5 जनवरी, 2015
- संबंधित मंत्रालय : ऊर्जा मंत्रालय
- कार्यान्वयन एजेंसी : एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL)
- उद्देश्य : सभी के लिये ऊर्जा कुशल उपयोग को बढ़ावा देना
- विशेषता : विश्व की सबसे बड़ी शून्य सब्सिडी वाली घरेलू प्रकाश व्यवस्था पहल के रूप में मान्यता प्राप्त
उजाला योजना का विगत एक दशक में प्रभाव
- एल.ई.डी. वितरण में वृद्धि : अभी तक देश भर में 36 करोड़ से अधिक एल.ई.डी. बल्ब वितरित
- इससे उच्च विद्युतीकरण लागत और कार्बन उत्सर्जन जैसी चुनौतियों का समाधान करते हुए ऊर्जा-बचत वाली तकनीकों को घरों तक पहुँचाया जा सका है।
- कम दरों पर उपकरण : कम दामों पर एल.ई.डी. बल्ब, एल.ई.डी. ट्यूब लाइट एवं ऊर्जा दक्ष पंखे की उपलब्धता
- प्रक्रिया दक्षता में वृद्धि : ई-खरीद के माध्यम से पारदर्शिता एवं प्रतिस्पर्धा बढ़ने से लेन-देन की लागत व समय में अत्यधिक कमी
- आर्थिक लाभ : भारतीय बाजार में 407.92 करोड़ रुपए के एल.ई.डी. बल्बों की बिक्री को बढ़ावा
- पर्यावरणीय लाभ : देश के कार्बन उत्सर्जन को कम करके पर्यावरणीय संधारणीयता में उल्लेखनीय योगदान
स्ट्रीट लाइटिंग राष्ट्रीय कार्यक्रम (SLNP)
पृष्ठभूमि
- प्रारंभ : 5 जनवरी, 2015
- उद्देश्य : शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी स्ट्रीट लैंप की जगह एल.ई.डी. लाइट लगाकर सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के लिए ऊर्जा की खपत एवं परिचालन लागत को कम करना
- कार्यान्वयन एजेंसी : एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL)
विशेष मॉडल
- EESL प्रारंभिक लागतों को संभालता है और परियोजना अवधि के दौरान नगरपालिकाओं द्वारा भुगतान किए जाने वाले मासिक या त्रैमासिक वार्षिकी के माध्यम से निवेश की भरपाई करता है।
- EESL एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट्स के रखरखाव को सुनिश्चित करता है जो 95% से अधिक अपटाइम प्रदान करता है, जो सार्वजनिक सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाता है और स्थानीय बजट पर बोझ डाले बिना विश्वसनीय नगरपालिका सेवाएं सुनिश्चित करता है।
विगत एक दशक के लाभ
- प्रकाश पथ निर्माण : ई.ई.एस.एल. द्वारा शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) और ग्राम पंचायतों में 1.34 करोड़ से अधिक एल.ई.डी. स्ट्रीटलाइट की सफलतापूर्वक स्थापना
- इससे सालाना 9,001 मिलियन यूनिट (MU) से अधिक बिजली की ऊर्जा बचत हुई है।
- CO2 उत्सर्जन में कमी : पीक डिमांड में 1,500 मेगावाट से अधिक विद्युत् उपभोग में कमी और CO2 उत्सर्जन में प्रति वर्ष 6.2 मिलियन टन की कमी लाने में योगदान
- ऊर्जा लागत में कमी : भारत के ऊर्जा दक्षता प्रयासों में योगदान देने और नगर पालिकाओं को लागत में कमी लाने तथा पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में सहायक होने के साथ कुशल सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के लिए एक मॉडल