(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र-3 : अंतरिक्ष, पर्यावरण सुरक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोज़मर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव)
संदर्भ
हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार अंतरिक्ष पर्यटन में संलग्न वाणिज्यिक कंपनियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर रॉकेट लॉन्च से जलवायु और ओजोन परत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। विदित है कि वर्जिन गेलेक्टिक (Virgin Galactic), स्पेसएक्स (SpaceX) और ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) आदि प्रमुख अंतरिक्ष पर्यटन कंपनियाँ हैं।
शोध के प्रमुख बिंदु
कार्यप्रणाली
- यह शोध कार्य वर्ष 2019 में प्रक्षेपित सभी 109 रॉकेट और पुनः पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने से उत्सर्जित रसायनों की सूची को संकलित करके किया गया है ।
- इस शोध में कम्पनियों द्वारा अंतरिक्ष पर्यटन के विकास का अनुमान लगाया गया है। इसके पश्चात इससे जलवायु एवं ओजोन परत पर पड़ने वाले प्रभाव की जाँच के लिये एक 3-डी मॉडल में इसे शामिल किया गया है।
पर्यावरणीय क्षति
- शोधकर्ताओं के अनुसार, रॉकेट प्रक्षेपण से उत्सर्जित ताप अन्य स्रोतों की तुलना में वायुमंडल को अधिक गर्म करता है।
- वर्तमान में तीव्र गति से बढ़ रहे अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग से आर्कटिक के ऊपर ओजोन परत में ह्रास की संभावना भी व्यक्त की गई है, क्योंकि रॉकेट के ईंधन और पृथ्वी पर वापस आने वाले अंतरिक्ष यान के मलबे ओजोन परत के लिये विशेष रूप से हानिकारक हैं।
- रॉकेट से प्रत्यक्ष तौर पर वायुमंडल में ब्लैक कार्बन (BC) अथवा राख या शूट (Shoot) उत्सर्जित होता है। सभी प्रकार के राखों की तुलना में इन राख कणों का जलवायु पर अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ब्लैक कार्बन के ये कण लगभग 500 गुना अधिक ताप उत्सर्जित करते हैं।
- वर्तमान में रॉकेट प्रक्षेपण से ओजोन परत को होने वाली क्षति की दर कम है, परंतु शोधकर्ताओं का अनुमान है कि भविष्य में अधिक रॉकेट लॉन्च होने से ओजोन परत को नुकसान पहुंच सकता है।
मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल
- मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल एक अन्तर्राष्ट्रीय संधि है, जिसे 1987 में मॉन्ट्रियल (कनाडा) में अपनाया गया था। यह विश्व के सभी देशों द्वारा सार्वभौमिक रूप से समर्थित पहली संधि है।
- इसका उद्देश्य चरणबद्ध तरीके से ओजोन-क्षयकारी पदार्थों (ODS) से सम्बंधित लगभग 100 रसायनों के उत्पादन और खपत को विनियमित करके ओजोन परत की रक्षा करना था।
- वर्ष 1990 से 2010 के बीच इस संधि के अनुपालन से हरितगृह गैस उत्सर्जन में लगभग 135 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड की कमी आई है।
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अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग
- वर्तमान में निजी कंपनियाँ स्वयं व्यावसायिक अंतरिक्ष पर्यटन में भाग ले रही हैं, जिसकी शुरुआत जुलाई 2021 में जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रैनसन की अंतरिक्ष सैर के साथ हुई।
- वर्तमान में अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते उद्योगों में से एक है। इस उद्योग से वर्ष 2019 में 350 मिलियन डॉलर की आय हुई और वर्ष 2040 तक 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक आय होने का अनुमान है।
निष्कर्ष
- इन शोधकर्ताओं का मानना है कि तीव्र गति से बढ़ रहे अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग नियमित रूप से प्रक्षेपित 'ओजोन परत के भराव में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल द्वारा की गई प्रगति को बाधित कर सकता है।’
- प्रदूषण के अन्य स्रोतों के विपरीत रॉकेट से होने वाली पर्यावरणीय क्षति कहीं अधिक है, क्योंकि वे प्रत्यक्ष तौर पर ऊपरी वायुमंडल में गैसीय और ठोस रसायनों का उत्सर्जन करते हैं।
- साथ ही अंतरिक्ष पर्यटन शुरू होने के केवल 3 वर्षों के अन्दर ही उत्सर्जित राख के कारण तापन (वार्मिंग) की दर दोगुनी से अधिक हो जाएगी।
- ऐसा इसलिये है, क्योंकि ईंधन के रूप में स्पेसएक्स द्वारा केरोसिन का उपयोग और वर्जिन गेलेक्टिक द्वारा हाइब्रिड सिंथेटिक रबर का उपयोग किया जाता है।
- गौरतलब है कि तीव्र गति से बढ़ते इस उद्योग से जलवायु को हो रहे नुकसान को कम करने के लिये पर्यावरण विनियमन की तत्काल आवश्यकता है।