केरल के शोधकर्ताओं ने नारियल की भूसी (Coconut Husk) से उत्पादित सक्रिय कार्बन का उपयोग करके पर्यावरण के अनुकूल सुपर कैपेसिटर का विकास किया है।
हालिया शोध
- पारंपरिक कैपेसिटर की तुलना में अत्यधिक कैपेसिटेंस एवं ऊर्जा भंडारण क्षमता वाले सुपर कैपेसिटर टिकाऊ ऊर्जा भंडारण समाधानों की खोज में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में उभरे हैं।
- हालाँकि, एक आदर्श सुपर कैपेसिटर इलेक्ट्रोड सामग्री की खोज महत्वपूर्ण चुनौती रही है।
- शोधकर्ताओं के अनुसार, नारियल की भूसी से प्राप्त सक्रिय कार्बन से बने प्रोटोटाइप सुपर कैपेसिटर मौजूदा सुपर कैपेसिटर की तुलना में चार गुना अधिक दक्ष होते हैं।
- माइक्रोवेव तकनीक के उपयोग से उत्पादित सक्रिय कार्बन अपेक्षाकृत सस्ता है और असाधारण सुपर कैपेसिटर क्षमता से युक्त है।
- माइक्रोवेव-सहायता प्राप्त विधि ने सक्रिय कार्बन के उत्पादन के लिए नए रास्ते भी खोले हैं जो भारतीय पेटेंट के लिए विचाराधीन है।
- यह विधि समय की बचत करने के साथ ही विशिष्ट सतह क्षेत्रफल (Specific Surface Area : SSA) और अत्यधिक छिद्रपूर्ण संरचनाओं के साथ सक्रिय कार्बन भी प्रदान करती है।
- यह इसे विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए एक आदर्श सामग्री बनाती है।
- नारियल की भूसी से प्राप्त सक्रिय कार्बन अपनी उपलब्धता, कम लागत एवं पर्यावरण अनुकूल प्रकृति के कारण उच्च प्रदर्शन वाले सुपर कैपेसिटर के लिए टिकाऊ व कुशल हरित समाधान उपलब्ध कराते हैं।