प्रारम्भिक परीक्षा – एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, नीलगिरि तहर मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
नीलगिरि तहर के प्रजनन काल के दौरान एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (ENP) 1 फरवरी से 31 मार्च तक बंद रहेगा।
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान:-
- यह राष्ट्रीय उद्यान केरल के इडुक्की जिले में स्थित है।
- इस राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी अनामुडी (2695 मीटर) स्थित है।
- इस उद्यान की स्थापना नीलगिरि तहर (गंभीर रूप से लुप्तप्राय पहाड़ी बकरी) की रक्षा के लिए की गयी थी।
- इसे वर्ष 1975 में वन्यजीव अभयारण्य तथा वर्ष 1978 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
- इस उद्यान में 12 साल में एक बार खिलने वाले फूल "नीलकुरिंजी" पाया जाता है।
वनस्पति:-
- इस राष्ट्रीय उद्यान में शोला वन, घास के मैदान, एक्टिनोडाफेन बॉर्डिलोनी, माइक्रोट्रोपिस रामिफ्लोरा, स्ट्रोबिलेंथस कुंथियानस (नीला कुरिंजी) एवं सायनोटिस प्रजाति आदि पाए जाते है।
वन्यजीव :-
- नीलगिरि तहर, गौर, स्लॉथ भालू, नीलगिरि लंगूर, बाघ, तेंदुआ, विशाल गिलहरी और जंगली कुत्ते आदि इस उद्यान में पाए जाते हैं।
- स्तनधारियों की 29 प्रजातियाँ
- पक्षियों की 140 प्रजातियाँ
- तितलियों की 100 से अधिक प्रजातियाँ
- उभयचरों की 20 प्रजातियाँ
नीलगिरि तहर:-
- इसका वैज्ञानिक नाम “नीलगिरिट्रैगस हिलोक्रियस”( Nilgiritragus hylocrius) है।
- यह तमिलनाडु का राज्य पशु है।
- इसका स्थानीय नाम 'वरैयाडु' है।
प्राकृतिक आवास:-
- इसका पश्चिमी घाट में स्थित नीलगिरि पहाड़ियों , तमिलनाडु और केरल राज्यों में निवास स्थान है।
विशेषता:-
- नीलगिरि तहर प्रजाति के वयस्क नर की पीठ पर हल्के भूरे रंग का निशान या "सैडल" विकसित होता है,इसलिए उन्हें "सैडलबैक" कहा जाता है।
- यह पश्चिमी घाट की खड़ी चट्टानों पर चढ़ने में अपने "गुरुत्वाकर्षण-विरोधी कौशल" के लिए जानी जाती है।
- World Wide Fund for Nature (WWF) report 2015 के अनुसार,पश्चिमी घाट में लगभग 3,122 नीलगिरि तहर हैं।
खतरा :-
- प्राकृतक आवास की क्षति
- अवैध शिकार
- जलवायु परिवर्तन
नीलगिरि तहर से संबंधित विशेष तथ्य :-
- यह एक प्राचीन जीव है, जिसका उल्लेख संगम साहित्य में भी मिलता है।
- नीलगिरि तहर का उल्लेख तमिल के दो महाकाव्यों - शिलप्पादिकारम और शिवकासिंदामणि में भी मिलता है।
- इस जीव का अन्य पुस्तकों जैसे- पाथिनेन मेलकनक्कु नूलगल की नैट्रिनै , ऐंगुरुनूरु , परिपादल , पथित्रुपाथु और पतिनापलाई आदि में भी उल्लेख पाया गया है।
|
प्रोजेक्ट नीलगिरि तहर:-
- इसके तहत रेडियो कॉलरिंग, रेडियो टेलीमेट्री के उपयोग के माध्यम से इन जीवों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सिंक्रनाइज़ सर्वेक्षण आदि किया जाता है।
- इस प्रोजेक्ट के तहत शोला घास के मैदानों के पुनरुद्धार तथा जानवरों के विखंडित आवास को बहाल करने का भी प्रयास किया जायेगा।
संरक्षण की स्थित :-
- IUCN रेड लिस्ट: गंभीर रूप से लुप्तप्राय (Critically Endangered)
- भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972: अनुसूची 1
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- केयबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान
- एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान
- हेमिस राष्ट्रीय उद्यान
उपर्युक्त में से किन्हें गंभीर रूप से लुप्तप्राय नीलगिरि तहर के संरक्षण के लिए स्थापित किया गया हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर - (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- वन्यजीवों के संरक्षण में राष्ट्रीय उद्यानों के महत्व की विवेचना कीजिए।
|