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एथिलीन ऑक्साइड

हांगकांग और सिंगापुर ने भारत के दो शीर्ष मसाला ब्रांड निर्माताओं एमडीएच व एवरेस्ट के मसालों में कार्सिनोजेन एथिलीन ऑक्साइड के उच्च स्तर की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की है।

एथिलीन ऑक्साइड के बारे में 

  • एथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है जिसे इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर द्वारा समूह 1 कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया गया है। 
  • यह एक रंगहीन, अत्यधिक ज्वलनशील और अत्यधिक प्रतिक्रियाशील गैस है जो बैक्टीरिया, वायरस और कवक को नष्ट कर देती है।
  • इसका उपयोग औद्योगिक रसायन  के रूप में मसाला उद्योग द्वारा ई. कोली और साल्मोनेला जैसे सूक्ष्मजीवी संदूषण को कम करने के लिए धूम्रक के रूप में किया जाता है। 
  • मानव पर किए गए अध्ययन से प्राप्त साक्ष्य के अनुसार यह कैंसर का कारण बन सकता है। 
  • परिवहन और भंडारण के दौरान भोजन एवं पशु चारे के धूमन के लिए वर्ष 2011 में यूरोपीय संघ द्वारा एथिलीन ऑक्साइड पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 
    • वर्तमान में इस क्षेत्र में एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग केवल चिकित्सा उपकरणों के कीटाणुशोधन और स्टरलाइज़ेशन तक सीमित है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव 

  • एथिलीन ऑक्साइड नसबंदी प्रक्रियाओं के दौरान डी.एन.ए. को नुकसान पहुँचा सकता है।
  • इसके दीर्घकालिक एवं लगातार संपर्क से ल्यूकेमिया, पेट कैंसर और स्तन कैंसर जैसे गंभीर खतरे उत्पन्न हो सकते हैं।
  •  इससे श्वसन संबंधी जलन, फेफड़ों में चोट, सिरदर्द, मतली, उल्टी, दस्त और सांस की तकलीफ भी हो सकती है।
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