प्रारम्भिक परीक्षा – भू-जल में आर्सेनिक-फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ
राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) के अनुसार, केंद्रीय भूमि जल प्राधिकरण (CGWA) ने 18 दिसंबर को एक रिपोर्ट प्रस्तुत किया है, जिसमें दिल्ली समेत कई राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में भू-जल में आर्सेनिक एवं फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा पायी गई है जो एक चिंता का विषय है।
प्रमुख बिंदु
- रिपोर्ट के अनुसार, 25 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 230 जिलों में आर्सेनिक और 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 469 जिलों में फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा पायी गई है।
- राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल समेत 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी कर एक महीने में जवाब मांगा है।
- राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के अनुसार भू-जल में आर्सेनिक एवं फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा पर रोकथाम के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
- आर्सेनिक एवं फ्लोराइड दोनों में बहुत गंभीर विषाक्तता होती है। इसका गंभीर प्रभाव मानव शरीर और स्वास्थ्य पर पड़ता है।
आर्सेनिक:-
- आर्सेनिक एक रासायनिक तत्व है। इसका परमाणु संख्या 33 है।
- यह पृथ्वी की भू-भाग में पायी जाने वाली एक प्राकृतिक घटक है; जो हवा, पानी और भूमि के माध्यम से पर्यावरण में व्यापक रूप से वितरित है।
- यह अपने अकार्बनिक रूप में अत्यधिक विषैला होता है।
लाभ:-
- आर्सेनिक के यौगिकों, विशेष रूप से ट्राईऑक्साइड का उपयोग कीटनाशकों, उपचारित लकड़ी के उत्पादों, शाकनाशियों और कीटनाशकों के उत्पादन में किया जाता है।
हानि :-
- पानी में अत्यधिक आर्सेनिक से मानव के नर्वस सिस्टम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
- पानी में अत्यधिक आर्सेनिक से मानव त्वचा खराब होने लगाती हैं, शरीर की नसें खराब होने लगाती हैं,शरीर में लकवा होने का खतरा बना रहता है।
बचाव:-
- आरओ का पानी पिएं।
- पानी उबाल कर पिएं।
फ्लोराइड:-
- फ्लोराइड सबसे सरल फ्लोरीन आयन है ।
- यह पृथ्वी पर कई खनिज संसाधनों विशेष रूप से फ्लोराइट में पाया जाता है।
- यह गंधहीन और कड़वा स्वाद का होता है। इसका रासायनिक सूत्र F है।
लाभ :-
- यह दांतों को मजबूत बनाता है और दांतों में कैविटी के खतरे को लगभग 25% कम करता है।
- यह दांतों के इनेमल को पुनः खनिजयुक्त बनाता है तथा दांतों की शुरुआती सड़न को ठीक करता है।
हानि :-
- पानी में अत्यधिक फ्लोराइड से बच्चों और बड़ों के दांतों ख़राब हो जाते हैं।
- हडिडयां टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं ।
- फ्लोराइड की मात्रा पानी में अधिक होने से गुर्दे और लिवर भी असर आ सकता है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- फ्लोराइड के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- यह सबसे सरल फ्लोरीन आयन है, जो आकार और आवेश के संदर्भ में, आयन हाइड्रॉक्साइड आयन जैसा दिखता है।
- यह दांतों को मजबूत बनाता है और दांतों में कैविटी के खतरे को लगभग 25% कम करता है।
- इसकी पानी में अत्यधि मात्रा से बच्चों और बड़ों के दांतों ख़राब हो जाते हैं और हडिडयां टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं।
उपर्युक्त में से कितने सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर - (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- आर्सेनिक एवं फ्लोराइड का मानव पर पड़ने वाले प्रभावों की विवेचना कीजिए।
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