भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने ई-नाम के तहत व्यापार के दायरे को और बढ़ाने का फैसला किया है।
प्रमुख बिंदु:
इस पहल का उद्देश्य कृषि वस्तुओं की कवरेज को बढ़ाना और किसानों तथा व्यापारियों को डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से लाभ उठाने के लिए अधिक अवसर प्रदान करना है।
विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय (डीएमआई) ने 10 अतिरिक्त कृषि वस्तुओं के लिए व्यापार योग्य मापदंड तैयार किए हैं।
डीएमआई ने 221 कृषि वस्तुओं के लिए व्यापार योग्य मापदंड तैयार किए हैं, जो ई-नाम प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं।
10 अतिरिक्त वस्तुओं को शामिल करने से सूची में 231 वस्तुएं शामिल हो जाएंगी।
10 वस्तुओं में शामिल हैं-
विविध वस्तुएं: तुलसी के सूखे पत्ते, बेसन (चने का आटा), गेहूं का आटा, चना सत्तू (भुने हुए चने का आटा), सिंघाड़े का आटा
मसाले: हींग, सूखे मेथी के पत्ते
सब्ज़ियां: सिंघाड़ा, बेबी कॉर्न
फल: ड्रैगन फ्रूट
ई-नाम (e-NAM):
e-NAM का पूर्ण नाम National Agriculture Market है।
यह भारत सरकार द्वारा 2016 में शुरू किया गया एक ऑनलाइन कृषि विपणन प्लेटफॉर्म है।
इसका उद्देश्य देशभर की कृषि मंडियों को एकीकृत और डिजिटल बनाना है।
यह किसानों, व्यापारियों और खरीदारों को एक ही ऑनलाइन मंच पर जोड़ता है, जिससे उन्हें पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी मूल्य मिल सके।
ई-नाम के मुख्य उद्देश्य:
सभी पंजीकृत मंडियों को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना।
बिचौलियों की भूमिका कम करना और सीधा व्यापार बढ़ाना।
किसान अपने उत्पाद को किसी भी राज्य में ऑनलाइन बेच सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक नीलामी (E-Auction) के माध्यम से सही दाम तय करना।
डिजिटल भुगतान, तौल प्रणाली और गुणवत्ता परीक्षण को बढ़ावा देना।
प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सी वस्तुएं ई-नाम में शामिल की गई 10 नई वस्तुओं में शामिल नहीं है?