चर्चा में क्यों
हाल ही में, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि चीन, फ़ॉकलैंड द्वीपसमूह पर अर्जेंटीना की संप्रभुता की मांग को अपना समर्थन प्रदान करता है, जिसके पश्चात् यूनाइटेड किंगडम और अर्जेंटीना के बीच इस द्वीप को लेकर विवाद पुनः चर्चा का विषय बन गया है।
प्रमुख बिंदु
- यह द्वीपसमूह दक्षिण अटलांटिक महासागर में अर्जेंटीना के तट के निकट स्थित है।
- इसे माल्विनास द्वीपसमूह (Malvinas Islands) के नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी 'स्टेनली' है, जो पूर्वी फ़ॉकलैंड द्वीप पर स्थित है।
- ब्रिटेन ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस द्वीप पर दक्षिण अटलांटिक महासागर में एक सैन्य अड्डे के रूप में इसका उपयोग किया था।
- ब्रिटेन और अर्जेंटीना के मध्य इस द्वीपसमूह को लेकर विवाद द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद भी जारी रहा। इसे ध्यान में रखते हुए वर्ष 1965 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा संकल्प 2065 को अपनाया गया, जो एक गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव था। इस प्रस्ताव में दोनों देशों से विवाद का शांतिपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया गया।
- विदित है कि ब्रिटेन ने वर्ष 1833 में फ़ॉकलैंड को अवैध रूप से अर्जेंटीना से हासिल किया, जिसे लेकर वर्ष 1982 में दोनों देशों के मध्य एक युद्ध भी हुआ। इसे फ़ॉकलैंड युद्ध के रूप में जाना गया, जो तीन महीने से अधिक समय तक चला और यूनाइटेड किंगडम की जीत के साथ समाप्त हुआ।