भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने ‘फर्स्ट इन द वर्ल्ड चैलेंज’ नामक एक नई पहल की घोषणा की है।
फर्स्ट इन द वर्ल्ड चैलेंज पहल के बारे में
- यह पहल वैज्ञानिकों को दुरूह स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान खोजने के लिए अभिनव विचारों के साथ आने के लिए प्रेरित करेगा।
- इस योजना का उद्देश्य नवीन एवं अलग सोच के साथ भविष्यगामी विचारों, नव ज्ञान सृजन, सफल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों (टीका, दवा, चिकित्सा, निदान, आदि) की खोज व विकास को बढ़ावा देना है।
पात्रता
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, राष्ट्रीय महत्व के संस्थान (INI), भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से संबंधित संस्थान, विश्वविद्यालय, मान्यता प्राप्त अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं और गैर-सरकारी संगठनों में कार्यरत वैज्ञानिक व फ़ैकल्टी
- अनुसंधान संगठन के रूप में कार्यरत अन्य निजी संस्थान और गैर-सरकारी संगठन और भारतीय स्टार्टअप/एम.एस.एम.ई./उद्योग
- किसी व्यक्ति या शोधकर्ताओं की टीम (एकल या कई संस्थान) द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के बारे में
- स्थापना : वर्ष 1911 में भारतीय अनुसंधान निधि संघ (IRFA) के रूप में स्थापित
- वर्ष 1949 में इसका नाम बदलकर ICMR कर दिया गया।
- मंत्रालय : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
- उद्देश्य : सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के उद्देश्य से जैव-चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाना
- कार्य :
- नवीन ज्ञान का सृजन, प्रबंधन एवं प्रसार करना
- समाज को लाभ पहुँचाने वाले चिकित्सा अनुसंधान का संचालन एवं समर्थन करना
- देश की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के समाधान के लिए आधुनिक जीवविज्ञान उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देना
- निदान, उपचार, रोकथाम के तरीकों, टीकों से संबंधित नवाचारों को प्रोत्साहित करना
- बुनियादी ढांचे और मानव संसाधन को मजबूत करके शैक्षणिक जगत, विशेषकर मेडिकल कॉलेजों एवं अन्य स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थानों में अनुसंधान की संस्कृति विकसित करना
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