चर्चा में क्यों
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने 16 सितम्बर को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भारत की पहली लिथियम सेल निर्माण संयंत्र के उत्पादन-पूर्व चरण का शुभारंभ किया। तिरुपति को मंदिर वाला शहर कहते हैं।
प्रमुख बिंदु
- इस अत्याधुनिक संयंत्र (State-of-the-Art Facility) की स्थापना चेन्नई स्थित मुनोथ इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 165 करोड़ रुपए के परिव्यय से किया है।
- यह संयंत्र वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस शहर में स्थापित दो इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण समूहों में से एक में स्थित है।
क्षमता
- वर्तमान में इस संयंत्र की स्थापित क्षमता प्रतिदिन 270 मेगावाट प्रतिघंटा की है। साथ ही, यह 10 एम्पीयर प्रतिघंटा (Ah) की क्षमता वाली 20,000 सेल का उत्पादन कर सकती है।
- इन सेलों का उपयोग पावर बैंक में किया जाता है और यह क्षमता भारत की वर्तमान जरूरतों का लगभग 60% है।
आयत में कमी
- उल्लेखनीय है कि वर्तमान में भारत लिथियम-आयन सेल की अपनी कुल जरूरतों की पूर्ति मुख्यत: चीन, दक्षिण कोरिया, वियतनाम और हांगकांग से आयात के जरिये करता है।
- यहां मोबाइल फोन, सुनने योग्य और पहनने योग्य उपकरणों जैसे अन्य उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक्स सामानों के सेलों का उत्पादन भी किया जाएगा। इससे आयत में कमी आने की संभावना है।