प्रारम्भिक परीक्षा – हिम तेंदुआ मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 (जैव-विविधता, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी) |
संदर्भ
भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) ने देश में पहली बार हिम तेंदुओं की गणना की है।
प्रमुख बिंदु :-
- केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 30 जनवरी 2024 को हिम तेंदुओं के पहले सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की।
- इस सर्वेक्षण के अनुसार, देश में कुल 718 हिम तेंदुए हैं।
- हिम तेंदुओं की संख्या -
- लद्दाख - 477
- उत्तराखंड - 124
- हिमाचल प्रदेश - 51
- अरुणाचल प्रदेश - 36
- सिक्किम - 21
- जम्मू-कश्मीर - 9
- यह सर्वेक्षण सभी हिम तेंदुए रेंज वाले राज्यों और दो संरक्षण भागीदारों “नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन, मैसुरु और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया” के सहयोग से किया गया।
- यह वर्ष 2019 से वर्ष 2023 तक दो चरणों में किया गया।
- इस सर्वे में कैमरों की मदद से हिम तेंदुओं की अनुमानित जनसंख्या का पता लगाया गया।
- वर्तमान में भारतीय हिम तेंदुओं की संख्या वैश्विक आबादी का 10-15% है।
- सर्वेक्षणों के अनुसार, हिम तेंदुआ की संख्या में वृद्धि हुई है।
भारत में हिम तेंदुओं के सर्वेक्षण का लाभ
- इस सर्वे के पश्चात देश में 80 प्रतिशत हिम तेंदुआ रेंज की जानकारी हो गई।
- जिससे हिम तेंदुओं की सुरक्षा के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के द्वारा एक समर्पित हिम तेंदुआ सेल बनाया जायेगा।
- इससे विलुप्त होते जा रहे हिम तेंदुओं की आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- इसके लिए राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश भी हिम तेंदुआ रेंज में हर 4 वर्ष में आवधिक जनसंख्या आकलन पर विचार कर सकते हैं।
- इससे हिम तेंदुओं के प्रति चुनौतियों को पहचानने एवं प्रभावी संरक्षण रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।
हिम तेंदुआ (Snow Leopard):-
- इसका वैज्ञानिक नाम पैंथेरा अन्सिया (Panthera uncia) है।
- इसे "Ghost of the Mountains" अर्थात "पहाड़ों का भूत" कहा जाता है।
विशेषता :-
- हिम तेंदुओं के फर मोटे भूरे और पीले रंग के होते हैं
- इनके सिर, गर्दन और निचले अंगों पर ठोस धब्बे होते हैं और शरीर के बाकी हिस्सों पर रोसेट होते हैं।
- रोसेट बड़े छल्ले होते हैं जो छोटे-छोटे धब्बों को घेरते हैं।
- हिम तेंदुओं की भी बहुत लंबी, मोटी पूँछें होती हैं जिनका उपयोग वे चट्टानों पर संतुलन बनाने और ठंड से बचने के लिए करते हैं।
- इसके रोएंदार पंजे होते हैं जो तेज चट्टानों पर स्नोशू और पैडिंग दोनों के रूप में कार्य करते हैं।
- हिम तेंदुए दहाड़ नहीं सकते।
- ये लगभग 50 फीट तक की लंबाई तक छलांग लगा सकते हैं।
- यह एकांत में रहने वाला प्राणी है।
निवास स्थान :-
- एशिया के मध्य और दक्षिणी पर्वतीय क्षेत्रों में लगभग 18,000 फीट की ऊंचाई तक पाए जाते हैं।
- भारत, नेपाल, भूटान, चीन, मंगोलिया, रूस, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान, उज़्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान आदि।
- भारत में यह पश्चिमी एवं पूर्वी हिमालय क्षेत्र लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम तथा अरुणाचल प्रदेश आदि में पाये जाते हैं।
खतरा:-
- मानव- हिम तेंदुआ संघर्ष
- शिकार एवं आवास की क्षति
- अवैध शिकार
- जलवायु परिवर्तन
संरक्षित स्थान:-
- हेमिस राष्ट्रीय उद्यान, लद्दाख (इसे हिम तेंदुओं की 'वैश्विक राजधानी' के रूप में भी जाना जाता है।)
- ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क, हिमाचल प्रदेश
- गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड
- कंचनजंघा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम
संरक्षण स्थिति:-
- IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
- CITES - परिशिष्ट - I
- भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972: अनुसूची 1
संरक्षण हेतु प्रयास
- ग्लोबल स्नो लेपर्ड एंड इकोसिस्टम प्रोटेक्शन (GSLEP) कार्यक्रम
- हिमाल संरक्षक - सामुदायिक स्वयंसेवी कार्यक्रम
- प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड (PSL)
- हिम तेंदुआ संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम पद्मजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क, पश्चिम बंगाल
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- निम्नलिखित प्राणिजात पर विचार कीजिए:
- रॉयल बंगाल टाइगर
- ब्लैक टाइगर
- हिम तेंदुआ
उपर्युक्त में से किसे "Ghost of the Mountains" अर्थात "पहाड़ों का भूत" कहा जाता है?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर - (a)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- भारत सरकार द्वारा हिम तेंदुए के संरक्षण के लिए किये जा रहे प्रयासों की विवेचना कीजिए।
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