प्रारम्भिक परीक्षा : रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस, प्रोटीन F मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3- अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी, फार्मा क्षेत्र और स्वास्थ्य विज्ञान और इसके क्षेत्र में जागरूकता। |
संदर्भ
- हाल ही में, यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करने वाले रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस से बचाव हेतु “Arexvy” वैक्सीन के उपयोग की मंजूरी दे दी है।
रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस क्या है?
- रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV) एक सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में हल्के से लेकर गंभीर सांस की बीमारी का कारण बन सकता है।
- यह शिशुओं और छोटे बच्चों में लोवर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का सबसे आम कारण है।
संचरण (Transmission)
- RSV अत्यधिक संक्रामक है और संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने या वायरस से दूषित सतह को छूने और फिर किसी के चेहरे को छूने से बूंदों के माध्यम से फैलता है।
लक्षण (Symptoms)
- RSV के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं, जिसके अंतर्गत नाक बहना, खांसी, छींक आना, बुखार, घरघराहट और सांस लेने में कठिनाई शामिल है।
- गंभीर मामलों में, इससे निमोनिया, ब्रोंकियोलाइटिस या मृत्यु हो सकती है।
निदान (Diagnosed)
- RSV का निदान एक श्वसन नमूने के माध्यम से किया जा सकता है, जैसे कि नाक या गले की सूजन से, जिसका प्रयोगशाला में परीक्षण किया जाता है।
“प्रोटीन F” की पहचान
- वर्ष 2013 में, बार्नी ग्राहम और अन्य वैज्ञानिकों ने मानव कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए RSV वायरस के लिए जिम्मेदार प्रमुख प्रोटीन, प्रोटीन F की पहचान की।
- मानव में विद्यमान यह प्रोटीन, वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी को बेअसर कर देता है।
एरेक्सवी की स्वीकृति और प्रभावकारिता (Approval and Efficacy of Arexvy)
- यह वैक्सीन यूके स्थित दवा कंपनी GSK द्वारा निर्मित की गई है।
- यह अभी तक का विश्व का पहला स्वीकृत होने वाला RSV वैक्सीन है।
- इसका अनुमोदन लगभग 25,000 प्रतिभागियों पर किए गए चरण -3 परीक्षण पर आधारित था।
- इस वैक्सीन के एक खुराक से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में RSV वायरस के कारण होने वाले लोवर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन में 82.6% और गंभीर होने की स्थिति में 94.1% की कमी आई है।