चर्चा में क्यों ?
- मत्स्य पालन स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0

- मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्यपालन विभाग 8 मार्च 2025 को हैदराबाद, तेलंगाना में मत्स्यपालन स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन हुआ।
- इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी और पंचायती राज मंत्रालय के साथ-साथ राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी और पंचायती राज मंत्रालय भी शामिल हुए।
- इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी, मत्स्यपालन स्टार्टअप और उद्यमी भी भाग लेंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- मत्स्य पालन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना
- ई-कॉमर्स और स्टार्टअप अवसरों पर विचार-विमर्श
- नई तकनीकों के एकीकरण पर चर्चा
प्रमुख घोषणाएँ और पहल:
- राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफॉर्म (NFDP) मोबाइल ऐप लॉन्च:
- यह ऐप मत्स्य पालन से जुड़ी सेवाओं और संसाधनों तक डिजिटल पहुंच को सरल बनाने के लिए एक परिवर्तनकारी पहल होगी।
- मत्स्य पालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 का अनावरण:
- यह पहल स्टार्टअप और तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
- मत्स्य पालन स्टार्टअप उद्यमी मॉडल अनुमोदन:
- यह पहल उभरते उद्यमों को मान्यता और समर्थन देने के लिए शुरू की गई है, जिससे मत्स्य पालन स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी।
भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र का महत्व
- भारत का मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र 3 करोड़ से अधिक लोगों को आजीविका प्रदान करता है और मूल्य श्रृंखला में रोजगार को बढ़ावा देता है।
- सरकार ने 2015 से 38,572 करोड़ रुपये का निवेश किया है और ब्लू रिवोल्यूशन स्कीम, एफआईडीएफ, पीएमएमएसवाई और पीएम-एमकेएसएसवाई जैसी योजनाओं के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा दिया है।
- भारत के मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र के तेजी से विकास ने 300 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया है, जिससे ब्लॉकचेन, IoT और AI जैसी उन्नत तकनीकों का लाभ उठाकर व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य समाधान विकसित किए जा रहे हैं।
- ये समाधान जमीनी स्तर की चुनौतियों का समाधान करते हैं, उत्पादकता बढ़ाते हैं, ट्रेसबिलिटी सुनिश्चित करते हैं और मूल्य श्रृंखला दक्षता में सुधार करते हैं।
नवाचार और स्टार्टअप को समर्थन
मत्स्य मंथन श्रृंखला
✔ यह हितधारकों के बीच ज्ञान आदान-प्रदान और सहयोग का मंच है, जहां उभरते रुझानों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की जाती है।
इनक्यूबेशन केंद्रों की स्थापना
✔ स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन और संसाधन प्रदान करने के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए गए हैं।
प्रमुख इनक्यूबेशन केंद्र:
- एलआईएनएसी-एनसीडीसी मत्स्य व्यवसाय इनक्यूबेशन सेंटर (LIFIC), गुरुग्राम – 2021 में स्थापित।
- गुवाहाटी बायोटेक पार्क, असम– 9 करोड़ रुपये के निवेश से स्थापित।
- आईसीएआर-सीआईएफई मुंबई, आईसीएआर-सीआईएफटी कोच्चि और एमएएनएजीई हैदराबाद – 100+ स्टार्टअप्स, एफपीओ, एसएचजी और सहकारी समितियों को समर्थन।
प्रश्न. मत्स्य पालन स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन कहाँ हुआ?
(a) मुंबई, महाराष्ट्र
(b) कोलकाता, पश्चिम बंगाल
(c) हैदराबाद, तेलंगाना
(d) चेन्नई, तमिलनाडु
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