हाल ही में गृह मंत्रालय ने संघशासित प्रदेश लद्दाख में 5 नए ज़िलों के गठन को मंज़ूरी दी
ये 5 जिले हैं - ज़ांस्कर, द्रास, शाम, नुब्रा और चांगथांग
इन पांच जिलों के गठन के बाद अब लद्दाख में, लेह और कारगिल को मिलाकर, कुल सात जिले हो जायेंगे
लद्दाख वर्ष 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर का हिस्सा था।
परिसीमन के बाद इसे जम्मू-कश्मीर से अलग कर एक नया केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया।
समिति का गठन
गृह मंत्रालय ने लद्दाख प्रशासन को नए जिलों के गठन से संबंधित विभिन्न पहलुओं, जैसे, मुख्यालय, सीमाएं, संरचना, पदों के सृजन, जिला निर्माण से सम्बंधित कोई अन्य पहलू आदि के आंकलन के लिए एक समिति बनाने को कहा है
यह समिति तीन महीने के अन्दर रिपोर्ट सौंपेगी
इस समिति की रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद, लद्दाख इस रिपोर्ट के आधार पर नए जिलों के निर्माण के सम्बन्ध में अंतिम प्रस्ताव गृह मंत्रालय को आगे की कार्यवाही के लिए भेजेगा।
नए जिलों के निर्माण का लाभ
लद्दाख क्षेत्रफल के हिसाब से एक बहुत बड़ा संघशासित क्षेत्र है।
यह भारत के सबसे कम जनसंख्या वाले भूभागों में से एक है।
अत्यंत कठिन और दुर्गम होने के कारण, वर्तमान में जिला प्रशासन को ज़मीनी स्तर तक पहुँचने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
इन जिलों के गठन के बाद अब केन्द्र सरकार और लद्दाख प्रशासन की सभी जनहित योजनाएं लोगों तक आसानी से पहुँच सकेंगी और अधिक से अधिक लोग उनका लाभ उठा सकेंगे।
प्रश्न - लद्दाख को कब जम्मू-कश्मीर से अलग कर एक नया केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया ?