- हाल ही में खगोलविदों द्वारा मिल्की वे आकाशगंगा में सबसे बड़े स्टेलर ब्लैक होल की खोज की है।
- इस स्टेलर ब्लैक होल का द्रव्यमान सूर्य से 33 गुना अधिक है।
- इसका निर्माण एक विस्फोटित तारे के ढहने से हुआ था।
- यह पृथ्वी से 2,000 प्रकाश वर्ष दूर एक्विला तारामंडल में स्थित है।
- यह पृथ्वी का दूसरा सबसे निकटतम ब्लैक होल है।
- पृथ्वी का सबसे निकटतम Gaia BH1 ब्लैक होल है।
- इसकी खोज शोधकर्ता द्वारा यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के Gaia मिशन के डेटा विश्लेषण करने दौरान की गई थी।
- अब तक आकाशगंगा में लगभग 50 स्टेलर-द्रव्यमान वाले ब्लैक होल की पहचान की गई है।
ब्लैक होल का निर्माण कैसे?
- जब सूर्य के द्रव्यमान से 8 गुना से अधिक द्रव्यमान वाले तारे का ईंधन खत्म होने पर यह सुपरनोवा के रूप में विस्फोट हो जाता है
- फलस्वरूप इसका कोर ढहकर एक स्टेलर ब्लैक होल में परिवर्तित हो जाता है।