वर्ष 2025 के लिए भारत की प्रोफेसर उर्वशी सिन्हा को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उन्होंने क्वांटम कंप्यूटिंग के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार जीता।
प्रोफेसर उर्वशी सिन्हा:
वह क्वांटम फंडामेंटल्स और टेक्नोलॉजी दोनों में अनुसंधानकर्ता हैं।
वह रमन अनुसंधान संस्थान में क्वांटम सूचना और कंप्यूटिंग लैब की प्रमुख हैं।
हाल ही में घोषित ‘राष्ट्रीय क्वांटम मिशन’ में प्रोफेसर सिन्हा की नेतृत्वकारी भूमिकाएं हैं।
उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विज्ञान युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी, कनाडा में फोटोनिक क्वांटम साइंस एंड टेक्नोलॉजीज में कनाडा एक्सीलेंस रिसर्च चेयर (सीईआरसी) की प्राप्तकर्ता भी हैं।
गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट पुरस्कार:
यह पुरस्कार बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयास से दिया जाता है।
इस पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य उन व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी नवाचार, या सामाजिक परिवर्तन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
यह पुरस्कार उन लोगों को प्रेरित करता है, जो दुनिया को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं।
रमन अनुसंधान संस्थान (Raman Research Institute, RRI):
यह बेंगलुरु में स्थित भारत का एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थान है।
इसकी स्थापना नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय वैज्ञानिक सर सी.वी. रमन ने वर्ष 1948 में की थी।
इसका उद्देश्य मूलभूत विज्ञान, विशेषकर भौतिकी और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान करना है।
यह संस्थान उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान को प्रोत्साहित करता है और युवा वैज्ञानिकों को प्रशिक्षित करता है।
प्रश्न. गेट्स-कैम्ब्रिज इम्पैक्ट पुरस्कार 2025 किस क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया था?