क्या आप जानते है?
- 2023 के अंत तक दुनिया भर में 11.73 करोड़ लोग उत्पीड़न, संघर्ष, हिंसा, मानवाधिकार उल्लंघन या अन्य घटनाओं के कारण जबरन विस्थापित हुए। इनमें से 3.76 करोड़ शरणार्थी थे।
- भारत को ऐतिहासिक रूप से एक ‘शरणार्थी-प्राप्तकर्ता’ (refugee-receiving) राष्ट्र के रूप में माना जाता है, जिसने अपनी स्वतंत्रता के बाद विभिन्न समूहों के 200,000 से अधिक शरणार्थियों को शरण दी है।
- 31 जनवरी, 2022 तक 46,000 शरणार्थी और शरण चाहने वाले (asylum-seekers) UNHCR इंडिया में पंजीकृत थे।
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