प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी, सिकल सेल, थैलेसिमिया, CRISPR, बोन मैरो ट्रांसप्लांट मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
संदर्भ-
ब्रिटेन के दवा नियामक ने सिकल सेल रोग के उपचार के लिए जीन थेरेपी उपचार विधि को अनुमति प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु:
- ब्रिटेन सिकल सेल के लिए जीन थेरेपी उपचार को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है।
- दवा नियामक Medicines and Healthcare products Regulatory Agency (MHRA) ने जीन एडिटिंग टूल CRISPR का उपयोग करने वाली लाइसेंस प्राप्त पहली दवा कैसगेवी को मंजूरी दे दी है।
- दवा कैसगेवी के निर्माताओं को 2020 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- एजेंसी ने 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सिकल सेल और थैलेसीमिया से पीड़ित रोगियों के इलाज को मंजूरी दी है।
- कैसगेवी को वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (यूरोप) और CRISPR थेरेप्यूटिक्स द्वारा बनाया गया है।
- अभी तक सिकल सेल का उपचार बोन मैरो ट्रांसप्लांट (अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण) द्वारा किया जा रहा है।
CRISPR:
- यह एक जीन एडिटिंग तकनीक है।
- इसमें Cas9 नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग किया जाता है।
- CRISPR-Cas9 तकनीक को 'जेनेटिक कैंची' भी कहा जाता है।
- यह तकनीकी आनुवंशिक सामग्री को जोड़ने, हटाने या बदलने में सहायक होती हैं।
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हीमोग्लोबिनोपैथी लाल रक्त कोशिकाओं का एक अनुवांशिक रोग है, जिसमें मुख्यत: सिकल सेल एनीमिया एवं थैलेसिमिया शामिल हैं। थैलेसिमिया से ग्रसित व्यक्ति में हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में बाधित होती है।
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सिकल सेल रोग:
- एक रक्त विकार है जो लाल रक्त कोशिकाओं का आकार बदल देता है।
- पीड़ित व्यक्ति में आनुवंशिक परिवर्तन के कारण कोशिकाएं अर्धचंद्राकार हो जाती हैं।
- यह विकार रक्त प्रवाह को अवरुद्ध करता है।
- पीड़ित व्यक्ति के शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं जल्दी टूट जाती हैं, जो रक्त की कमी का कारण बनता है। इसलिए इसे सिकल सेल एनीमिया भी कहते हैं।
- इससे असहनीय दर्द, अंग क्षति, स्ट्रोक और अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
प्रश्न:- ‘सिकल सेल’ विकार के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- यह एक अनुवांशिक रोग है।
- यह श्वेत रक्त कोशिकाओं से संबंधित है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:
कूट-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर - (a)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न- हीमोग्लोबिनोपैथी क्या है? जीन थेरेपी इसके उपचार को आसान कर देगी। विश्लेषण कीजिए।
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