ओपन ए.आई. द्वारा चैटजी.पी.टी. के चौथे मॉडल के अपडेट के बाद इस मॉडल से निर्मित स्टूडियो जिबली-कला की छवियाँ इंटरनेट पर वायरल हो गई हैं।
जिबली कला (Ghibli Art) के बारे में
- कला के जनक : प्रसिद्ध जापानी एनिमेटर हयाओ मियाज़ाकी
- स्टूडियो जिबली : हयाओ मियाज़ाकी ने 15 जून, 1985 में निर्देशक ईसाओ ताकाहाता और निर्माता तोशियो सुजुकी के साथ ‘स्टूडियो घिबली’ की सह-स्थापना की थी।
- वर्तमान में जिबली कला शैली द्वारा निर्मित छवियों को स्टूडियो जिबली के कारण व्यापक रूप से पहचाना जाता है।
- स्टूडियो जिबली की प्रसिद्ध फ़िल्में
- माई नेबर टोटोरो (1988)
- प्रिंसेस मोनोनोके (1997)
- ग्रेव ऑफ द फायरफ्लाइज़ (1988)
- स्पिरिटेड अवे (2001)
- हाउल्स मूविंग कैसल (2004)

जिबली शब्द की उत्पत्ति
- जिबली नाम लीबियाई अरबी शब्द से आया है जिसका अर्थ है- ‘उत्तरी अफ्रीका में बहने वाली गर्म रेगिस्तानी हवा’
- ऐतिहासिक रूप से जिबली शब्द का प्रयोग इटली के पायलटों द्वारा गर्म भू-मध्यसागरीय हवा का वर्णन करने के लिए किया जाता था।
- हयाओ मियाज़ाकी ने एनीमेशन की दुनिया में एक नई व ताज़ा हवा लाने के लिए इस नाम को चुना।
जिबली कला की विशेषताएँ
- हस्त-चित्रित एनीमेशन : पारंपरिक तकनीकों के प्रति प्रतिबद्धता इस कला को मूर्त एवं यथार्थ गुणवत्ता प्रदान करती है।
- काल्पनिक दुनिया : समृद्ध पृष्ठभूमि एवं वातावरण दर्शकों को काल्पनिक दुनिया में डुबो देते हैं।
- भावनात्मक रूप : छवियाँ प्राय: प्रकृति, पहचान एवं मानवीय संबंधों जैसे सार्वभौमिक विषयों का पता लगाती हैं।
- जादुई यथार्थवाद : यह रोजमर्रा की जिंदगी को काल्पनिक तत्वों के साथ मिश्रित करती है।
जिबली कला की सीमाएँ
- कॉपीराइट मुद्दा : इसे संबोधित करते हुए ओपन ए.आई. ने जीवित कलाकारों की शैली में चित्र बनाने पर रोक लगाने के लिए प्रतिबंध लागू किए हैं। हालाँकि, जिबली जैसी व्यापक स्टूडियो शैलियों की अभी भी अनुमति है।
- तकनीकी मुद्दे : कुछ उपयोगकर्ताओं ने, विशेष रूप से निःशुल्क श्रेणी के उपयोगकर्ताओं ने, सामग्री नीति प्रतिबंधों के कारण विफल प्रॉम्प्ट संबंधी समस्याओं की रिपोर्ट की है।