चर्चा में क्यों
हाल ही में, जर्मनी में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्षों को देश के विभिन्न हिस्सों की शिल्प कलाओं को भेंट स्वरूप प्रदान किया।
ब्लैक पॉटरी
- जापानी प्रधानमंत्री को ब्लैक पॉटरी भेंट स्वरूप प्रदान की गई, जो उत्तर प्रदेश के निजामाबाद की प्रसिद्ध शिल्पकला है।
- इस पॉटरी में काले रंग को उभारने के लिये एक विशेष तकनीक का उपयोग किया जाता है। इसे बनाते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि ओवन में ऑक्सीजन के प्रवेश की कोई गुंजाइश नहीं हो, क्योंकि ऑक्सीजन की उपस्थिति पॉटरी को लाल कर सकती है।
- पॉटरी पर शीशा लगाने के लिये मिट्टी में उच्च जस्ते की मात्रा और पॉटरी को जलाने से पहले सरसों के तेल की परत की आवश्यकता होती है।
डोकरा कला
- अर्जेंटीना के राष्ट्रपति को छत्तीसगढ़ की एक कलाकृति ‘नंदी - द मेडिटेटिव बुल’ की मूर्ति जबकि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति को रामायण विषय पर आधारित कलाकृति भेंट की गई। ये दोनों कलाकृतियाँ डोकरा कला पर आधारित है।
- यह अलौह धातु की ढलाई कला है जो लुप्त मोम तकनीक का उपयोग करके बनाई जाती है। लुप्त मोम तकनीक भारत में 4,000 से अधिक वर्षों से प्रचलित है, जो अभी भी मध्य और पूर्वी भारत में कारीगरों द्वारा उपयोग की जाती है।
गुलाबी मीनाकारी
- अमेरिकी राष्ट्रपति को गुलाबी मीनाकारी की कलाकृति भेंट स्वरूप प्रदान की गई। यह उत्तर प्रदेश में वाराणसी का जीआई-टैग प्राप्त एक कलारूप है।
- इस कला में शुद्ध चाँदी के एक टुकड़े को आधार रूप में ढाला जाता है और चुने हुए डिज़ाइन को धातु पर उकेरा जाता है। इस मीनाकारी में गुलाबी रंग का प्रयोग प्रमुखता से होता है।
ज़रदोज़ी बॉक्स
- लखनऊ के प्रसिद्ध ज़रदोज़ी बॉक्स को उपहारस्वरूप फ्रांस के राष्ट्रपति को प्रदान किया गया। इस बॉक्स में कन्नौज के प्रसिद्ध इत्र को रखा गया।
- इस इत्र को 5,000 वर्ष पुरानी पारंपरिक डीग और भापका पद्धति (Deg and Bhapka method) का उपयोग करके बनाया गया था।
मूंज टोकरियाँ एवं सूती दरी
- सेनेगल के राष्ट्रपति को मूंज टोकरियाँ और हाथ से बुनी हुई सूती दरी भेंट की गई।
- मुंज टोकरियों के लिये उत्तर प्रदेश राज्य के प्रयागराज, सुल्तानपुर और अमेठी ज़िले प्रसिद्ध है। जबकि, सूती दरियों का निर्माण उत्तर प्रदेश के सीतापुर में किया जाता है।
अन्य भेंट की गई कलाकृतियाँ
- कनाडाई प्रधानमंत्री को हाथ से बुना हुआ रेशमी कालीन उपहार में दिया गया, जो कश्मीर का एक विशिष्ट उत्पाद है। यह दुनिया भर में अपनी कोमलता और शिल्प कौशल के लिये प्रसिद्ध है।
- इटली के प्रधानमंत्री को आगरा में निर्मित मार्बल जड़ित टेबल टॉप भेंट किया गया, जिस पर पित्रादुरा तकनीक से नक्काशी की गई है।
- जर्मन चांसलर को धातु मरोदी नक्काशी मटका भेंट किया गया जो निकेल लेपित और हाथ से उकेरा गया पीतल का बर्तन है तथा उत्तर प्रदेश के पीतल शहर मुरादाबाद की एक उत्कृष्ट कृति है।
- ब्रिटिश पीएम को एक हैण्ड-पेंटेड टी-सेट भेंट किया गया जो बुलंदशहर जिले से संबंधित है।