संदर्भ
हाल ही में, अंकटाड (United Nations Conference on Trade and Development : UNCTAD) द्वारा विश्व निवेश रिपोर्ट,2022 ज़ारी की गई। विदित है कि अंकटाड प्रतिवर्ष विश्व निवेश रिपोर्ट प्रकाशित करता है।
विश्व निवेश रिपोर्ट
- यह रिपोर्ट मुख्यत: वैश्विक,राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तरों पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investments :FDI) के रुझानों पर केंद्रित है।
- यह रिपोर्ट वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं और बहुराष्ट्रीय उद्यमों के संचालन का विश्लेषण करते हुए उनके विकास के निहितार्थ पर विशेष प्रकाश डालती है।
- रिपोर्ट में निम्नांकित बिंदु शामिल हैं:
- एफ.डी.आई.रुझानों का विश्लेषण
- विशालतम बहुराष्ट्रीय निगमों की रैंकिंग
- नीति विश्लेषणऔर सिफारिशें
- सांख्यिकीयअनुबंध
नवीनतम रिपोर्ट
- रिपोर्ट के 2022 संस्करण में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वैश्विक एफ.डी.आई.प्रवाह की संरचना कोविड-19 महामारी के कारण उल्लेखनीय रूप से परिवर्तित हो गई है।
- कोविड-19 महामारी के परिणामस्वरूप विकसित अर्थव्यवस्थाओं में एफ.डी.आई. प्रवाह के हिस्से में रिकॉर्ड स्तरपर कमी आई है।
- विकसित अर्थव्यवस्थाओं में एफ.डी.आई. अंतर्वाह की हिस्सेदारी में इस तरह की कमी का मुख्य कारण यूरोपीय संघ (European Union: EU) में लगातार दो वर्षों तक अंतर्वाह में गिरावट है।
- वर्ष 2020 और 2021 में विकासशील देश विकसित देशों से आगे बढ़ते हुए वैश्विक एफ.डी.आई. प्रवाह के लाभों का एक उच्च हिस्सा प्राप्त कर रहे हैं-
- अफ्रीका में एफ.डी.आई. प्रवाह में दो गुना वृद्धि
- दक्षिण अमेरिका में एफ.डी.आई. प्रवाह में 75% वृद्धि
- एशिया में एफ.डी.आई.प्रवाह में लगभग 20% वृद्धि
वैश्विक एफ.डी.आई.प्रवाह की स्थिति
- रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में एफ.डी.आई. प्रवाह में 35% की गिरावट के बाद वर्ष 2021 में वैश्विक एफ.डी.आई.में लगभग 64.3% की वृद्धि हुई है।
- एफ.डी.आई. अंतर्वाह में सुधार मुख्यत: विकसित देशों से एफ.डी.आई. बहिर्वाह में वृद्धि के कारण हुआ है।
- अमेरिकाएफ.डी.आई.केसबसे बड़े स्रोत के रूप में उभरा है और कुल वैश्विक एफ.डी.आई. बहिर्वाह में इसकी हिस्सेदारी लगभग 25% है।
- गौरतलब है कि वैश्विकआपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान और कोविड-19 महामारी के दौरान वैश्वीकरण की बाधाओं का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह के भौगोलिक वितरण पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ा है।
- दुनिया भर के विभिन्न देशों द्वारा चीन पर अपनी निर्भरता कम करने का वादा करने के बावजूदचीन में एफ.डी.आई.प्रवाहवर्ष 2020 के 14.5%से बढ़कर वर्ष 2021 में 20.3% हो गई है।
भारत में एफ.डी.आई. अंतर्वाह
- विश्व निवेश रिपोर्ट, 2022 के अनुसार, भारत वर्ष 2021 के लिये शीर्ष 20 अर्थव्यवस्थाओं में एक स्थान सुधार कर 7वें स्थान पर पहुंच गया है।
- सेवा क्षेत्र में एफ.डी.आई. प्रवाह में लगभग 25% की वृद्धि हुई।
- विनिर्माण क्षेत्रों में एफ.डी.आई. इक्विटी प्रवाह में भी 76% की वृद्धि हुई है और इसका श्रेय मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल, दवाओं और फार्मास्युटिकल क्षेत्रों को दिया जाता है।
- भारत में एफ.डी.आई. प्रवाह के लिये शीर्ष 5 स्रोत देश और उनका हिस्सा हैं:
- सिंगापुर- 01%
- यू.एस.ए.- 94%
- मॉरीशस- 98%
- नीदरलैंड- 86%
- स्विट्ज़रलैंड- 31%
भारतमेंएफ.डी.आई.प्रवाह में गिरावट
- हालाँकि, भारत में एफ.डी.आई.प्रवाह की कुल हिस्सेदारी वर्ष 2020 में 3.4% से घटकर वर्ष 2021 में 2.8% हो गई है।
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में इक्विटी प्रवाह लगभग 20% घटकर 51.3 बिलियन डॉलर हो गया है।
- वर्ष 2021 में एफ.डी.आई. प्रवाह में गिरावट का प्रमुख हिस्सा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में निवेश में गिरावट के कारण था।इसके साथ ही बुनियादी ढांचे और निर्माण क्षेत्रों में भी एफ.डी.आई. प्रवाह में गिरावट आई है।
निष्कर्ष
भारत में एफ.डी.आई. प्रवाह के हिस्से में समग्र गिरावट पर सरकार, विशेषज्ञों और उद्यमों को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। भारत को विकासशील देशों को महामारी द्वारा उत्पन्न नए अवसरों का लाभ उठाने का प्रयास करना चाहिये। इसके लिये भारत को चीन पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी और अमेरिका से आने वाले एफ.डी.आई.प्रवाह में वृद्धि की समग्र क्षमता का दोहन करना होगा।