चर्चा में क्यों?
द फ्यूचर ऑफ फ्री स्पीच द्वारा हाल ही में किए गए वैश्विक सर्वेक्षण में मुक्त भाषण के समर्थन के मामले में 33 देशों में से भारत को 24वां स्थान दिया गया है।

प्रमुख बिंदु :-
- वैश्विक मुक्त भाषण सूचकांक (Global Free Speech Index) का संचालन "द फ्यूचर ऑफ फ्री स्पीच" नामक एक स्वतंत्र अमेरिकी थिंक टैंक द्वारा किया जाता है।
- यह सूचकांक 33 देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति जनता के दृष्टिकोण का मूल्यांकन करता है।
- 2024 का सर्वेक्षण वैश्विक रुझानों, क्षेत्रीय विविधताओं और दुनिया भर में स्वतंत्र अभिव्यक्ति के समक्ष चुनौतियों पर प्रकाश डालता है।
सूचकांक की मुख्य विशेषताएं
- शीर्ष प्रदर्शनकर्ता
- नॉर्वे (87.9) और डेनमार्क (87.0) सूचकांक में सबसे आगे हैं।
- सबसे बड़ा सुधार
- इंडोनेशिया (56.8), मलेशिया (55.4) और पाकिस्तान (57.0) ने महत्वपूर्ण प्रगति दिखाई।
- हालांकि, ये देश अभी भी रैंकिंग के निचले स्तर पर हैं।
- समर्थन में गिरावट
- अमेरिका, इज़राइल और जापान सहित कई लोकतांत्रिक देशों में 2021 के बाद से मुक्त भाषण के समर्थन में गिरावट दर्ज की गई है।
- सत्तावादी-झुकाव वाले राष्ट्र
- हंगरी (85.5) और वेनेजुएला (81.8) जैसे देशों ने उच्च स्कोर प्राप्त किया।
- यह सरकारी प्रतिबंधों और सार्वजनिक दृष्टिकोण के बीच विसंगति को दर्शाता है।
भारत का प्रदर्शन
- रैंक: 33 देशों में से 24वां स्थान।
- स्कोर: 62.6।
- सार्वजनिक धारणा:-
- अधिकांश भारतीयों का मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में सुधार हुआ है।
- हालांकि, सूचकांक और विशेषज्ञों का सुझाव है कि 2021 के बाद से स्थिति और खराब हुई है।
- विरोधाभास:-
- अधिकांश भारतीय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को महत्वपूर्ण मानते हैं।
- लेकिन 37% लोग सरकारी नीतियों की आलोचना पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हैं।
- यह सर्वेक्षण किए गए सभी देशों में सबसे अधिक प्रतिशत है।
प्रश्न. हाल ही में जारी "वैश्विक मुक्त भाषण सूचकांक 2024" में भारत को किस स्थान पर रखा गया है?
(a) 18वें
(b) 24वें
(c )(30वें
(d) 33वें
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