प्रारंभिक परीक्षा – वैश्विक प्रयोगशाला ‘कोविनेट’(CoViNet) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उभरते कोरोना वायरस की निगरानी के लिए एक वैश्विक प्रयोगशाला ‘कोविनेट’ (CoViNet) लॉन्च की।
प्रमुख बिंदु
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ये प्रयोगशालाएं बीमारी की पुष्टि के लिए महामारी के शुरुआती दिनों के दौरान स्थापित किए गए COVID-19 संदर्भ प्रयोगशाला नेटवर्क पर आधारित हैं।
- 26-27 मार्च, 2024 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में एक बैठक में प्रयोगशाला के प्रतिनिधियों ने कोरोनवायरस द्वारा लाई गई स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान के लिए वर्ष 2024-2025 के लिए एक कार्य योजना को अंतिम रूप दिया।
- ये प्रयोगशालाएं SARS-CoV-2 के अलावा नया WHO कोरोना वायरस नेटवर्क, बढ़ी हुई प्रयोगशाला क्षमता के साथ MERS-CoV सहित अन्य कोरोनावायरस का परीक्षण भी करेगीं।
- WHO ने COVID-19 के लिए संदर्भ प्रयोगशाला नेटवर्क को जनवरी 2020 में महामारी के दौरान स्थापित किया गया था।
- यह नेटवर्क WHO की नीतियों और सुरक्षात्मक उपायों को बढ़ावा देने के लिए पशु स्वास्थ्य,पर्यावरण निगरानी और समय पर जोखिम मूल्यांकन करेगा।
- निम्न और मध्यम आय वाले देशों में ‘कोविनेट’(CoViNet) MERS-CoV और सार्वजनिक स्वास्थ्य महत्व के नोवल कोरोन वायरस की निगरानी के लिए अधिक प्रयोगशालाओं के निर्माण भी करेगा।
- यह कोरोनावायरस के लिए नया वैश्विक नेटवर्क सार्वजनिक स्वास्थ्य महत्व के कोरोनावायरस का समय पर पता लगाना, निगरानी और मूल्यांकन सुनिश्चित करेगा।
- इसके अलावा वायरस अनुक्रमण और नेटवर्क के माध्यम से एकत्र किया गया डेटा SARS-CoV-2 उत्परिवर्तन और वेरिएंट का आकलन करने के लिए गठित वायरल इवोल्यूशन पर WHO के तकनीकी सलाहकार समूहों के साथ-साथ COVID-19 वैक्सीन पर विशेषज्ञ सलाहकार समूह का मार्गदर्शन भी करेगा।
- ‘कोविनेट’ (CoViNet) में सभी छः WHO क्षेत्रों(regions) में 21 देशों की 36 प्रयोगशालाएँ शामिल हैं, जिनमें तीन भारतीय प्रयोगशालाएँ भी शामिल हैं।
- ये प्रयोगशालाएँ निम्नलिखित हैं:
- वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान।
- भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद-पुणे में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान।
- ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान।
- विश्व आर्थिक मंच द्वारा हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ WHO के महानिदेशक ने चेतावनी दी कि COVID-19 पहली 'बीमारी एक्स' थी और यह फिर से हो सकती है।
- डिजीज एक्स एक अज्ञात बीमारी के लिए प्लेसहोल्डर है जिसके बारे में WHO ने अनुमान लगाया है कि इसका अभूतपूर्व परिमाण होगा।
डिजीज X (Disease X):
- ‘डिजीज X’ एक काल्पनिक रोगज़नक़ या खतरा है जो भविष्य में एक बड़ी महामारी को ट्रिगर कर सकता है।
- यह संभावित महामारी एक काल्पनिक ‘प्लेसहोल्डर’ वायरस के कारण हो सकती है।
- यह राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) वायरस के साथ एक ज़ूनोटिक बीमारी होने की संभावना है।
- यह वैज्ञानिकों और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा गढ़ा गया एक नए एजेंट, वायरस, जीवाणु या कवक को संदर्भित करता है।
- कुछ कोरोनावायरस आमतौर पर हल्की बीमारियों का कारण बनते हैं, जैसे- OC43 और HKU1 जैसे नामों वाली सामान्य सर्दी, यह सर्दियों के मौसम में चरम पर होता है।
- इसका कोई ज्ञात उपचार नहीं है, जो लोगों में बीमारी पैदा करने में सक्षम वायरस के 25 परिवारों में से किसी एक से संबंधित है।
- इसे वर्ष 2018 में WHO की बीमारियों की ब्लूप्रिंट सूची में जोड़ा गया।
- इस रोग से भविष्य के प्रकोपों की स्थिति में वैश्विक तैयारियों और सहयोग को बढ़ाने के लिए WHO पहल कर रहा है।
- जिसके तहत महामारी की तैयारी, प्रतिक्रिया के लिए वित्तीय मध्यस्थ निधि, mRNA प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और महामारी केंद्र के लिए WHO हब शामिल हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO):
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) स्वास्थ्य के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी है।
- यह एक अंतर-सरकारी संगठन है और आमतौर पर स्वास्थ्य मंत्रालयों के माध्यम से अपने सदस्य राज्यों के साथ मिलकर कार्य करता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है।
- WHO की स्थापना 7 अप्रैल, 1948 को हुई ।
- इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।
कार्य :
- यह दुनिया भर में कमजोर लोगों की मदद करते हुए स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ावा देता है।
- यह देशों को तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानक निर्धारित करता है।
- वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर डेटा एकत्र करता है।
- स्वास्थ्य से संबंधित वैज्ञानिक या नीतिगत चर्चाओं के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उभरते कोरोना वायरस की निगरानी के लिए एक वैश्विक प्रयोगशाला ‘कोविनेट’ (CoViNet) लॉन्च की।
- ‘डिजीज X’ एक काल्पनिक रोगज़नक़ या खतरा है जो भविष्य में एक बड़ी महामारी को ट्रिगर कर सकता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए 7 अप्रैल, 1948 को स्थापित किया गया था।
उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा स्थापित वैश्विक प्रयोगशाला ‘कोविनेट’(CoViNet) के महत्व की विवेचना कीजिए।
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स्रोत: डाउन टू अर्थ