प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी |
चर्चा में क्यों-
हाल ही में जारी किये गए वैश्विक शांति सूचकांक/ग्लोबल पीस इंडेक्स, 2023 के अनुसार, भारत 2.314/5 स्कोर के साथ 163 देशों में से 126 वें स्थान पर है, जबकि वर्ष 2022 में भारत की रैंकिंग 128वीं थी।
ग्लोबल पीस इंडेक्स (Global Peace Index-GPI)
(1) सामाजिक सुरक्षा और संरक्षा का स्तर
(2) चल रहे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की सीमा
(3) सैन्यीकरण की डिग्री
2023 वैश्विक शांति सूचकांक के प्रमुख बिंदु:
शांति में गिरावट के कारण-
दस शीर्ष स्थान प्राप्तकर्ता देश-आइसलैंड (रैंक-1), डेनमार्क(रैंक-2), आयरलैंड (रैंक-3), न्यूज़ीलैंड (रैंक-4), ऑस्ट्रिया (रैंक-5), सिंगापुर (रैंक-6), पुर्तगाल(रैंक-7), स्लोवेनिया (रैंक-8), जापान (रैंक-9) और स्विट्ज़रलैंड (रैंक-10)
सूची में अंतिम पांच देश-अफ़ग़ानिस्तान (रैंक-163),यमन(रैंक-162), सीरिया(रैंक-161),दक्षिण सूडान (रैंक-160) और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (रैंक-159)
प्रश्न:- ‘वैश्विक शांति सूचकांक, 2023’ के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- (1). यह सूचकांक ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी किया जाता है। (2). भारत को इस सूचकांक में 128वीं रैंक प्राप्त हुई। (3). वैश्विक शांति के औसत स्तर में सुधार हुआ है। उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं? (a) केवल एक (b) केवल दो (c) सभी तीन (d) कोई भी नहीं उत्तर- (a) मुख्य परीक्षा प्रश्न: क्या कारण कि वैश्विक शांति के औसत स्तर में गिरावट दर्ज हुई,वहीं भारत की स्थिति में सुधार हुआ? |
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